श्रीलंका के एक मात्र तमिल मुख्यमंत्री और मनमोहन की मुलाकात अधर में
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और श्रीलंका के एकमात्र तमिल मुख्यमंत्री के बीच संभावित मुलाकात की आलोचना शुरू होने के बाद इसके सम्पन्न होने की आशा अब बहुत कम है।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और श्रीलंका के एकमात्र तमिल मुख्यमंत्री के बीच संभावित मुलाकात की आलोचना शुरू होने के बाद इसके सम्पन्न होने की आशा अब बहुत कम है।
लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (लिट्टे) के पूर्व सदस्य शिवनरेशथुरई चंद्रकांतन उर्फ पिल्लियन पूर्वी प्रांत के मुख्यमंत्री हैं। सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि भारतीय नेता की दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) सम्मेलन में भाग लेने के लिए 1-3 अगस्त की कोलंबो यात्रा के दौरान पिल्लियन को बुलाया गया था।
दो दशकों में पहला मौका होता जब लिट्टे का कोई पूर्व सदस्य भारतीय प्रधानमंत्री से भेंट करता। इससे भारत की श्रीलंका के मामलों में खासकर उसके उत्तरी और पूर्वी राज्यों में रूचि भी जाहिर होती।
सूत्रों के मुताबिक श्रीलंका के अधिकारी इस बात के पक्ष में नहीं थे कि सार्क सम्मेलन के दौरान मनमोहन सिंह पिल्लियन से भेंट करें। सिंहली राष्ट्रवादी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना पिल्लियन को पहले ही भारतीय एजेंट घोषित कर चुकी है।
पिल्लियन उन लिट्टे सदस्यों में शामिल थे जिन्होंने मार्च 2004 में बड़ी संख्या में संगठन से विद्रोह करके तमिल मक्कल विधुथलई पुलीगल (टीएमवीपी) का गठन किया था। राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ इस वर्ष प्रांतीय चुनाव लड़कर टीएमवीपी के नेता पिल्लियन पूर्वी प्रांत के मुख्यमंत्री बन गए।
इंडो एशियन न्यूज सर्विस।