बीजिंग ओलंपिक : भारतीय मुक्केबाजों को पदक जीतने का भरोसा
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। भारत के पांच मुक्केबाज इस बार बीजिंग ओलंपिक में पदक जीतने को लेकर आश्वस्त हैं।
भारत ने ओलंपिक में मुक्केबाजी में एक भी पदक नहीं जीता है। 2000 के सिडनी ओलंपिक में गुरचरण सिंह बहुत कम अंतर से पदक जीतने से चूक गए थे। भारतीय मुक्केबाजों के लिए गुरचरण का प्रदर्शन प्रेरणा का स्रोत है और इसी के भरोसे वे बीजिंग में पदक जीतने को लेकर आश्वस्त हैं।
भारतीय मुक्केबाज अखिल कुमार और विजेंदर में पदक जीतने की क्षमता है। भिवानी के अखिल के मुक्कों में इतना दम है कि वह किसी भी देश के मुक्केबाज को ढेर कर सकें।
एथेंस में हालांकि अखिल पहले ही दौर में हार गए थे, लेकिन बीजिंग को लेकर उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। अखिल कहते हैं, "मैं अगर कहीं ओलंपिक में पदक जीत सकता हूं तो वह बीजिंग ही है। मेरे लिए यह सुनहरा अवसर है और मैं इसके लिए अपना पूरा दम लगा दूंगा। मेरी तैयारी भरपूर है। मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ है।"
दूसरी ओर, विजेंदर को भी बीजिंग में पदक जीतने का भरोसा है। वह कहते हैं, "ओलंपिक में पदक जीतने के बाद मेरा करियर पूरी तरह बदल जाएगा। मैं पदक जीत सकता हूं। यही सोचकर मैं अपनी जान लड़ा दूंगा।" भारत के अन्य मुक्केबाज जितेंदर, लाकड़ा और दिनेश ने भी इसी तरह का जज्बा दिखाया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।