मायावती के गांव जाते कांग्रेस नेता गिरफ्तार, बाद में रिहा (लीड-1)
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के पैतृक घर पहुंचकर विरोध जताने का प्रयास कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में नेताओं को रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस मायावती सरकार द्वारा किए जा रहे जमीन अधिग्रहण के फैसले का विरोध कर रही है।
पुलिस के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली-उत्तरप्रदेश सीमा पर गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य 150 पार्टी कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री के गांव में हिरासत में ले लिया गया।
समाजवादी पार्टी (सपा) से हाथ मिलाने के बाद कांग्रेस द्वारा नए सिरे से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया व उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की किलेबंदी करने के प्रयास का यह एक हिस्सा है।
इसी प्रयास के तहत कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में दौसा से कांग्रेस सांसद सचिन पायलट और उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी सरीखे कांग्रेसी नेताओं ने आज मायावती के पैतृक गांव बादलपुर पहुंचने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें दिल्ली-उत्तरप्रदेश सीमा पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें छोड़ भी दिया गया।
पायलट ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "हम बादलपुर गांव में भूमि अधिग्रहीत किए जाने के खिलाफ आयोजित किसानों की एक सभा में हिस्सा लेने जा रहे थे। हम किसानों को अपना समर्थन देना चाहते थे जो अपनी जमीन की उचित कीमत मांग रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास आगे भी जारी रहेगा और प्रदर्शनकारियों के आंदोलन को निर्णायक मोड़ तक पहुंचा कर रहेंगे।"
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मायावती अपनी निजी आंकाक्षाओं की पूर्ति के लिए बादलपुर में लगभग 47 बीघा जमीन अधिग्रहीत करने की कोशिशों में जुटी हैं। पार्टी का कहना है कि मायावती सिर्फ बादलपुर में ही नहीं बल्कि अछेजा व बिस्नौला गांवों की जमीन भी अधिग्रहीत करने का प्रयास कर रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*