डब्ल्यूटीओ विफलता के बाद अब कनाडा का द्विपक्षीय करारों पर जोर
टोरंटो, 30 जुलाई (आईएएनएस)। जेनेवा में विश्व व्यापार संबंधी दोहा दौर की वार्ता की विफलता पर हताशा जाहिर करते हुए कनाडा ने मंगलवार को कहा कि वह अपने कृषि एवं उत्पादन निर्यातों तथा सेवाओं के लिए नए बाजार तलाशने के लिए द्विपक्षीय समझौते करने का प्रयास करेगा।
कृषि सब्सिडी पर भारत और अमेरिका समेत बहुत से देशों के रुखों में बहुत ज्यादा अंतर होने की वजह से दोहा दौर की वार्ता नाकाम रही।
बातचीत की विफलता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री माइकल फोर्टियर ने कहा,"बातचीत की विफलता से हम हताश हैं, लेकिन विश्व व्यापार संगठन(डब्ल्यूटीओ) कनाडा के लिए महत्वपूर्ण बना रहेगा। गतिरोध के बावजूद हम अपने देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए द्विपक्षीय समझौतों तथा बहुपक्षीय स्तरों पर प्रयास करते हुए नए कारोबारी अवसर तलाशने की कोशिश करते रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि कनाडा को इस वार्ता के फलदायी रहने की उम्मीद थी। उसे आशा थी कि नए समझौते से उसके निर्यातकों को लाभ कमाने का मौका मिलेगा, लेकिन दस दिन की बातचीत के बाद हाथ कुछ नहीं लगा। यह अपने आप में बहुत निराशाजनक है।
दोहा दौर की वार्ता में फोर्टियर के साथ भाग लेने वाले कृषि मंत्री गैरी रिट्ज ने कहा कि कनाडा अपने किसानों को लाभ दिलाने के लिए संतुलित कृषि नीति के साथ वार्ता में शामिल हुआ। उन्होंने कहा कि अपने निर्यातकों के लिए बाजार खोजने के लिए कनाडा प्रयासरत रहेगा।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कृषि व्यापार के मामले में सभी देशों में समान राय नहीं बन सकी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*