राम सेतु से अलग मार्ग की तलाश करेगी सरकार
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। सेतु समुद्रम नहर परियोजना मामले में केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय को बुधवार को सूचित किया कि उसने राम सेतु से अलग छोटे मार्ग की संभावना तलाश करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने का फैसला किया है।
वरिष्ठ सरकारी वकील फली एस. नरीमन ने मुख्य न्यायाधीश के. जी. बालाकृष्णन की खंडपीठ को यह जानकारी दी।
शीर्ष अदालत ने सुझाव दिया था कि सरकार सेतुसमुद्रम परियोजना के विकल्प की तलाश करे।
तमिलनाडु के समुद्री इलाके में 48 किलोमीटर लंबा एडम्स ब्रिज है, जिसे राम सेतु के नाम से भी जाना जाता है। यह सेतु कभी रामेश्वरम और श्रीलंका के मन्नार को जोड़ता था। कई हिंदुओं का विश्वास है इस सेतु का निर्माण भगवान श्रीराम की सेना ने श्रीलंका जाने के लिए किया था।
सेतुसमुद्रम परियोजना के कारण इसे कुछ नुकसान पहुंचने वाला है। सेतु को नुकसान पहुचाने से रोकने के लिए सर्वोच्च अदालत में मामला दाखिल किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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