25 करोड़ की ड्रग्‍स के साथ तीन गिरफ्तार

By Staff
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नई दिल्ली, 29 जुलाई: राष्‍ट्रीय राजधानी नई दिल्‍ली में पुलिस ने मादक पदार्थ की सप्‍लाई करने वाले एक गिरोह को बेनकाब किया गया है, जिसमें एक नाइजीरियाई समेत तीन लोगों को 25 करोड़ की कीमत के मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया है।

नारकोटिक्‍स ब्रांच को यह कामयाबी एक लम्‍बी पड़ताल के बाद मिली है। तीनों आरोपियों के पास नशीली दवा एफेड्रीन समेत मादक दवाइयां बनाने में इस्‍तेमाल हेाने वाला रसायन प्रीकर्सर बरामद हुआ है।

पुलिस के अनुसार इस गिरोह का सरगना ग्रेटर नोएडा का रहने वाला 38 वर्षीय अहमद खान है। इसके साथ उसका नौकर 25 वर्षीय नीरज और नाइजीरिया का निवासी 33 वर्षीय अलबर्ट बर्नाड शामिल है।

तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के तुरन्‍त बाद पुलिस ने उनके घर पर छापा मारा, जहां 42.5 किलोग्राम एफेड्रीन, 21 किलोग्राम हेरोइन, 3.45 किलोग्राम हार्ड प्रीकर्सर और 23.7 लीटर लिक्विड प्रीकर्सर बरामद किये। पुलिस के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस माल की कीमत करीब 25 करोड़ रुपये है।

दिल्‍ली पुलिस के संयुक्‍त आयुक्‍त (अपराध) आलोक कुमार वर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले पुलिस को यह सूचना मिली थी कि नोएडा से इस धंधे को अंजाम दिया जा रहा है। यह भी पता चला था कि उसमें एक विदेशी भी शामिल है, जो दूसरे देशों में ड्रग्‍स सप्‍लाई कर रहा है।

सूचना मिलते ही नारकोटिक्‍स ब्रांच की टीम गिरोह का पर्दाफाश करने में जुट गई। आलोक वर्मा के मुताबिक पुलिस को यह सूचना मिलने पर कि डीलिंग तय करने के लिए अहमद खान अपने विदेशी दोस्‍त के साथ डिस्ट्रिक्‍ट सेंटर के पास आने वाला है। पुलिस ने डिस्ट्रिक्‍ट सेंटर पर अपना जाल बिछा दिया। दोनों के आते ही पुलिस ने उन्‍हें आधा किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया, और हेरोइन जब्‍त कर ली।

इन दोनों से गहन पूछताछ करने पर पता चला कि अहमद खान लखनऊ का रहने वाला है और वह पिछले दस महीनों से ड्रग्‍स का धंधा कर रहा है। वो पिछले बीस साल से अफ्गानिस्‍तान और नेपाल में रह रहा था, उसके बच्‍चे बैंकॉक और काठमांडू में पढ़ते हैं।

इससे पहले वो अफ्गानिस्‍तान में अपना बिजनेस चला रहा था। करीब छह महीने पहले ही वह भारत आया और ग्रेटर नोएडा में किराये पर मकान लेकर वहीं से अपना धंधा चलाने लगा। उसने अपने ड्राइवर नीरज को भी इस धंधे में शामिल कर लिया। संयुक्‍त आयुक्‍त के मुताबिक अहमद छह महीने पहले भारत आया और यहां पर उसने ड्रग्‍स का धंधा शुरू किया।

यही नहीं अहमद इंदौर से एफेड्रीन और प्रीकर्सर मंगवाता था, जिसे वह ग्रेटर नोएडा में नीरज के घर पर रखता था। इन तीनों ने यहां पर एक छोटी सी फैक्‍ट्री बना रखी थी, जहां पर कच्‍चे माल से ड्रग्‍स बनायी जाती थी। विदेशों में सप्‍लाई करने के लिए अहमद की मदद अलबर्ट करता था, जो अपने दोस्‍तों की मदद से इस काम को अंजाम दे रहा था।

बताया जा रहा है कि यह गिरोह विदेशों में ड्रग्‍स 12 से 15 हजार डॉलर प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचता था। दिल्‍ली व आसपास के जिलों में भी यह धंधा अपने चरम पर था।

पुलिस के मुताबिक अलबर्ट को नारकोटिक्स ब्रांच ने 2 साल पहले भी कोकेन सप्लाई के मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन पिछले साल वह जमानत पर बाहर आ गया था। वह पिछले चार सालों से भारत में रह रहा है और इसी धंधे से जुड़ा है। अदालत ने आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

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