कमलनाथ को राय रखने की पूरी छूट दिए जाने की वकालत
नई दिल्ली, 29 जुलाई(आईएएनएस)। एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के प्रमुख का आरोप है कि दुनिया के संपन्न और विकसित राष्ट्र भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ को जिनेवा में विश्व व्यापार वार्ता में भारत का दृष्टिकोण मजबूती से रखने की छूट नहीं दे रहे हैं।
नई दिल्ली, 29 जुलाई(आईएएनएस)। एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के प्रमुख का आरोप है कि दुनिया के संपन्न और विकसित राष्ट्र भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ को जिनेवा में विश्व व्यापार वार्ता में भारत का दृष्टिकोण मजबूती से रखने की छूट नहीं दे रहे हैं।
सीयूटीएस इंटरनेशनल के महासचिव प्रदीप एस़ मेहता ने कहा कि दोहा वार्ता चक्र को आगे बढ़ाने के लिए जिनेवा में चल रही संबद्घ देशों के वाणिज्य मंत्रियोंे की बैठक एक अहम मोड़ पर पहुंच चुकी है, पर दुर्भाग्य की बात है कि इसमें भारत को हाशिए पर खड़ा कर दिया गया है। विकसित देश भारतीय वाणिज्य मंत्री कमलनाथ को पूरी बात रखने की भरपूर स्वतंत्रता नहीं दे रहे हैं।
मेहता का संगठन सरकार को वाणिज्यिक मसलों पर सलाह देता है। मेहता ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि सोमवार को कमलनाथ के बयान से उनकी लाचारी साफ झलकी। उन्होंने कहा, "कमलनाथ को यह कहते हुए उद्घृत किया गया है कि उन्हें राय पेश करने की पूरी आजादी नहीं मिल रही है। इससे तो यही संकेत मिलता है कि संपन्न देश गोलबंद हो गए हैं। यह गरीब देशों को उनके हक से वंचित रखने की साजिश है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।