यूरोपीय संघ ने जीएसपी की अवधि बढ़ाई, भारत को लाभ
ब्रसेल्स, 29 जुलाई (आईएएनएस)। यूरोपीय संघ द्वारा अपनी एक तरजीही शुल्क प्रणाली की अवधि बढ़ाए जाने से भारत समेत 176 विकासशील देश लाभान्वित होंगे। यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त पीटर मैंडलसन ने इसे इन देशों के लिए उपहार करार दिया है।
ब्रसेल्स, 29 जुलाई (आईएएनएस)। यूरोपीय संघ द्वारा अपनी एक तरजीही शुल्क प्रणाली की अवधि बढ़ाए जाने से भारत समेत 176 विकासशील देश लाभान्वित होंगे। यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त पीटर मैंडलसन ने इसे इन देशों के लिए उपहार करार दिया है।
यूरोपीय संघ ने एक नया प्रस्ताव पारित कर तरजीही प्रणाली 'जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रीफरेंसेस (जीएसपी) की अवधि दो वर्षो के लिए बढ़ा दी है। यह आदेश 1 जनवरी, 2009 से लागू होगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "इससे 176 देषों को आर्थिक फायदा होगा।"
मैंडलसन ने कहा, "इससे लाभान्वित होने वाले देशों को अपनी अर्थव्यवस्था को और अधिक स्थिर बनाने में मदद मिलेगी। जीएसपी यूरोपीय संघ की विकासोन्मुख वाणिज्यिक नीति की एक अहम कड़ी है।" इस फैसले से जिन उत्पादों के निर्यात को खास फायदा होगा, उनमें आभूषण, मोती व रत्न, धातु आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।
जीएसपी के तहत यूरोपीय संघ ने वर्ष 2007 में यूरोपीय संघ से 5.7 अरब यूरो के उत्पाद आयात किए। इससे यूरोपीय संघ को 2.5 अरब यूरो का राजस्व घाटा हुआ। इसने भारत समेत छह प्रमुख देशों के साथ अपने इस रिश्ते का दायरा बढ़ाने का भी ऐलान किया है। इससे भारतीय रत्न एवं आभूषण उद्योग को ज्यादा लाभ होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।