धमाकों से उबरने में जुटा है अहमदाबाद (राउंडअप)
अहमदाबाद/तिरुवनंतपुरम/चेन्नई, 29 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सोमवार को अहमदाबाद धमाकों में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। इस बीच दो दिन बाद भी शहर इन धमाकों की गूंज से उबरने की कोशिश करता रहा। शनिवार की शाम हुए 20 सिलसिलेवार धमाकों में 50 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक घायल हो गए थे।
गुजरात के प्रमुख औद्योगिक शहर अहमदाबाद में पिछले शनिवार को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के साए में खौफजदा लोगों को ढांढ़स बंधाने पहुंचे प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गृहमंत्री शिवराज पाटिल के साथ बम विस्फोटों के पीड़ितों से भेंट कर उनके दुख दर्द बांटने का प्रयास किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा, "दुख की इस बेला में मैं गुजरात की जनता का दुख दर्द बांटने आया हूं। यहां के लोगों ने जिस साहस का परिचय दिया है, वह काबिले तारीफ है।"
उन्होंने कहा, "इस प्रकार की आतंकवादी घटनाओं को देश की सामाजिक एकता को तार-तार करने के मकसद से अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन हम देश के दुश्मनों को उनके मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे। गुजरात की जनता ने ऐसा करके दिखा दिया है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हम इन चुनौतियों से निपटने में सफल होंगे। सभी राजनीतिक दलों, केंद्र सरकार व राज्य सरकारों के साथ खुफिया विभाग और समाज के लोगों को इसके खात्मे के लिए एकजुट होना पड़ेगा।"
हवाईअड्डे से निकलते ही मनमोहन-सोनिया सीधे राज्य के सबसे बड़े सिविल अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती घायलों का हाल जाना। दोनों नेताओं ने अस्पताल के आपात केंद्र में घायलों से भेंट करने के बाद बी-4 वार्ड का रुख किया और पीड़ितों से भेंट की।
सोनिया-मनमोहन के साथ गृह मंत्री शिवराज पाटिल और कपड़ा मंत्री शंकर सिंह बाघेला ने अस्पतालों का दौरा किया।
अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने विस्फोटों में मारे गए लोगों के परिजनों को 3.5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का एलान किया। प्रधानमंत्री ने शनिवार को सभी मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये देने का ऐलान किया था।
उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम यहां हुए सिलसिलेवार बम धमाकों ने इस औद्योगिक शहर की जिंदगी की रफ्तार को थाम दिया है। दिल्ली से यहां आने वाले विमान एकदम खाली हैं। शहर अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाया है।
उधर केरल में सुरक्षा अधिकारियों ने एक स्कूल, रेडियो स्टेशन, बैंक और एक रेल की छानबीन की। पुलिस को कई जगहों पर बम रखे होने की अफवाहें मिलीं लेकिन कहीं भी बम बरामद नहीं हुआ।
तमिलनाडु में भी चार इस्लामिक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि इन्होंने विस्फोट को अंजाम देने वालों की सहायता की थी और ये स्वयं 15 अगस्त को यहां बड़े पैमाने पर बम धमाके करने के प्रयास में थे।
अधिकारियों के अनुसार शुरुआती पूछताछ में गफूर ने बताया कि वह 'बिलीवर्स आन वन गॉड' नामक आतंकवादी संगठन का सदस्य है। इसका सरगना पाकिस्तान से प्रशिक्षित पी.अली अब्दुल्ला है, जिसे 2003 में गिरफ्तार किया गया था। वह इस समय चेन्नई से 20 किलोमीटर दूर स्थित कड़ी सुरक्षा वाली पुजहल जेल में बंद है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक के.पी. जैन ने आईएएनएस को बताया, "हम किसी तरह का कोई मौका देने नहीं जा रहे हैं। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। "
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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