इंद्रदेवता को मनाने के लिए जिंदा बुजुर्ग की शव यात्रा निकाली!
भोपाल, 28 जुलाई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में मानसून की जोरदार शुरुआत होने बाद अब सुस्ती आ गई है, वहीं कई इलाकों में वर्षा ने अपना असर नहीं दिखाया है। लोगों को लगता है कि इंद्र देवता अब भी उनसे नाराज हैं, इसलिए उन्हें मनाने के लिए टोटकों का दौर शुरू हो गया है। कहीं भजन कीर्तन चल रहे हैं तो कहीं जिंदा लोगों की शव यात्रा निकाली जा रही है।
मानसून आए एक माह से भी अधिक का समय गुजर चुका है मगर मध्यप्रदेश का कुछ हिस्सा ऐसा है जहां अब भी इंद्रदेव की कृपा नहीं हुई है। इसके चलते जहां लोगों को पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है, वहीं खेती -किसानी भी प्रभावित हो रही है। जिन इलाकों में वर्षा नहीं हुई है वहां के लोगों ने इंद्र देवता को मनाने के लिए अनुष्ठान शुरू कर दिये है।
किन्नरों की हिंदू समाज में विशेष मान्यता है। कहा जाता है कि किन्नर की दुआ और बद्दुआ असर करती है। इसी को ध्यान में रखकर रतलाम में इन्द्र देवता और शिवजी को प्रसन्न करने के लिए किन्नर नाच कराया गया। वहां के लोग कहते हैं कि ऊपर वाला किन्नरों की जल्दी सुनता है और उन्हें उम्मीद है कि किन्नरों की दुआ असर करेगी और इंद्र देवता उन पर कृपा करेंगे।
इसी तरह बैतूल के सातनेर गांव में 30 फुट गहरे कुएं में रामायण पाठ कराया जा रहा है। इसी इलाके के आठनेर में सवा लाख बेल पत्रों से शिवजी का अभिषेक किया जा रहा है। इन्दौर में तो लोगों ने हद ही कर दी जब वहां एक जिंदा बुजुर्ग महिला की अर्थी निकाल डाली। लोग मानते हैं कि उनके इन कायरें से भगवान भी द्रवित हो जायेंगे और उनकी मुराद जल्दी पूरी होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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