पार्टी की निगाह में पापी हो गया हूं मैं : सोमनाथ
कोलकाता, 27 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से निष्कासन के बाद पहली बार प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अब वे पार्टी की नजर में पापी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वे एक-दो दिन में अपने खिलाफ फैलाई जा रही झूठी अफवाहों का जवाब देंगे।
कोलकाता के अंग्रेजी दैनिक 'द टेलीग्राफ' ने चटर्जी को उद्धृत करते हुए कहा, "मैं अब माकपा की नजर में पापी हो गया हूं। इसीलिए मुझे इस तरह पार्टी से बाहर निकाल दिया गया। "
बोलपुर से सांसद चटर्जी ने वामदलों द्वारा केंद्र सरकार से समर्थन वापसी के निर्णय के बाद पार्टी की उस सलाह को अनदेखा कर दिया था जिसमें उनसे कहा गया था कि वे लोकसभा अध्यक्ष का पद छोड़ दें। इसके बाद से ही वाम नेताओं ने उन पर हमले करने शुरू कर दिए थे और उन्हें 'बुर्जुआ' और 'विश्वासघाती' तक करार दे दिया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चटर्जी ने कहा कि वे जो कह रहे हैं कहने दीजिए, मैं देखना चाहता हूं कि वे किस स्तर तक जा सकते हैं।
चटर्जी ने उन आरोपों पर, जिनमें कहा गया था कि विश्वास मत के दिन वे सरकार की ओर थे, कहा, "मैंने निष्पक्ष होकर अपना संवैधानिक दायित्व निभाने की कोशिश की। "
इससे पहले माकपा ने दावा किया था कि उसने प्रस्ताव रखा था कि अगर चटर्जी अपने पद से इस्तीफा दे दें तो विश्वास मत पर मतदान के दौरान उन पर पार्टी ह्विप लागू नहीं की जाएगा। इस बात का प्रत्युत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि अगर वे इतने ही समझौतावादी थे तो मुझे इस्तीफा देने के लिए बाध्य क्यों कर रहे थे?
लोकसभा अध्यक्ष ने दोहराया कि वे एक से 10 अगस्त तक कुआलालंपुर में होने वाले 'राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन' में हिस्सा लेंगे और 11 अगस्त को लोकसभा में नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन द्वारा दिए जाने वाले हिरेन मुखर्जी स्मृति व्याख्यान के दौरान अध्यक्षता करेंगे।
चटर्जी ने कहा कि वे 11 अगस्त के बाद तय करेंगे कि वे पद पर बने रहें अथवा नहीं। गौरतलब है कि माकपा पोलित ब्यूरो ने बीते बुधवार को उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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