आडवाणी-राजनाथ मेरी हत्या कर सकते हैं : भाजपा सांसद (लीड-1)
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निष्कासित मध्यप्रदेश के दमोह से सांसद चंद्रभान सिंह ने आशंका जताई है कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी उनकी हत्या करवा सकते हैं। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके घर पर हुए हमले के पीछे भी पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं का हाथ है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पेश किए गए विश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को हुए मतदान में भाग न लेने के कारण सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए। उन्हें बुधवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
संवाददाताओं से बातचीत में सिंह ने कहा, "नई दिल्ली स्थित मेरे सरकारी निवास पर हुए हमले के पीछे भी दोनों नेताओं का हाथ है। मेरे घर पर हुआ हमला सुनियोजित था। राजनाथ सिंह और आडवाणी ने इसकी साजिश रची थी। दोनों वरिष्ठ नेता मेरी हत्या करवाना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा, "यह कहना सरासर गलत है कि सरकार की सहायता करने के मकसद से मैने मतदान नहीं किया। दरअसल, उस दिन मेरी तबियत ठीक नहीं थी। अचानक मुझे खून की उल्टियां होनी शुरू हो गई। मै भागा-भागा राममनोहर लोहिया अस्तपाल पहुंचा लेकिन गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में जगह नहीं होने की वजह से मुझे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेज दिया गया।"
उन्होंने कहा, "यदि मै स्वस्थ होता तो निश्चित तौर पर अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान करता।"
सिंह ने आरोप लगाया कि जिन प्रदर्शनकारियों ने उनके घर पर हमला किया वे राजनाथ सिंह और लालकृष्ण आडवाणी द्वारा भेजे गए थे। वे राजनाथ जिंदाबाद और आडवाणी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, भारतीय जनता युवा मोर्चा के 60 कार्यकर्ता
सुबह सांसद के नार्थ एवेन्यु स्थित निवास पर पहुंच गए। इन कार्यकर्ताओं ने सांसद निवास पर जमकर तोड़फोड़ की। इनमें से 29 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
लोकसभा में भाजपा संसदीय दल के उपनेता विजय कुमार मल्होत्रा ने सिंह के आरोपों को निराधार और झूठा बताया है।
उन्होंने कहा, "हमारे चार सांसद गंभीर रूप से बीमार थे। इसके बावजूद उन्होंने संसद भवन की लॉबी से मतदान किया। लेकिन चंद्रभान सिंह ऐन मौके पर गायब हो गए।"
मल्होत्रा ने कहा, "सिंह द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। हम उनकी संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग करते हैं। उन्होंने पार्टी के साथ धोखा किया है।"
उल्लेखनीय है कि बुधवार को भाजपा ने अपने आठ सांसदों को निष्कासित कर दिया था, जिन्होंने मतदान के दौरान या तो क्रास वोटिंग की या फिर मतदान करने ही नहीं पहुंचें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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