कसौली में करोड़ों साल पुराने पेड़ का जीवाश्म मिला
चंडीगढ़, 24 जुलाई (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश स्थित कसौली में करीब ढाई करोड़ साल पुराने ताड़ के वृक्ष का एक विशाल जीवाश्म मिला है।
5.1 मीटर बाई 0.9 मीटर आकार का यह जीवाश्म कसौली के जगजीत नगर में खड़ी अवस्था में मिला है। यह जीवाश्म किसी भूगर्भविज्ञानी ने नहीं, बल्कि एक आम आदमी ने खोजा है।
पंजाब विश्वविद्यालय के भूगर्भविज्ञान विभाग के ए.डी. आहलूवालिया ने आईएएनएस को बताया, "हमें हिमाचल प्रदेश में चट्टानों और पत्तियों के तो बहुत से जीवाश्म मिलते हैं, लेकिन हिमालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी पेड़ का इतना विशाल जीवाश्म मिला है।"
इस जीवाश्म को चंडीगढ़ के सरकारी संग्रहालय एवं कला दीर्घा के निदेशक पी.एस.रंधावा ने 5 जुलाई को खोजा। उसके करीब से गुजरते हुए रंधावा को लगा कि वह कोई जीवाश्म हो सकता है। लिहाजा उन्होंने चंडीगढ़ में अपने भूगर्भविज्ञानी मित्रों से संपर्क किया और अहलूवालिया तथा प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय चंडीगढ़ के प्रभारी पी.सी.शर्मा को उसे दिखाने ले गए।
वे लोग जीवाश्म का छोटा सा टुकड़ा जांच के लिए चंडीगढ़ ले आए। कुछ भूगर्भ विज्ञानियों का मानना है कि वहां और भी जीवाश्म हो सकते हैं।
अहलूवालिया ने कहा कि इस जीवाश्म को लकड़ी से चट्टान में बदलने में करीब ढाई करोड़ वर्ष लगे होंगे। उन्होंने कहा कि उस जीवाश्म को किसी अन्य स्थान पर ले जाना संभव नहीं है क्योंकि रास्ते में उसके टूट जाने का खतरा है। इसलिए वह जहां है, वहीं उसे संरक्षित करना होगा।
अहलूवालिया ने बताया कि इसका पता लगते ही उनका विभाग इसकी हिफाजत के लिए आगे बढ़ आया, क्योंकि इस बात का अंदेशा था कि निर्माण कार्य के लिए कोई उसे तोड़ भी सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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