बिहार की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर
पटना, 24 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार की प्रमुख नदियों के जलग्रहण क्षेत्र पड़ोसी देश नेपाल में हो रही भारी वर्षा के कारण राज्य की अधिकांश नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों का पानी निचले इलाकों में फैल गया है, जिससे जन-जीवन पर बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
पटना, 24 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार की प्रमुख नदियों के जलग्रहण क्षेत्र पड़ोसी देश नेपाल में हो रही भारी वर्षा के कारण राज्य की अधिकांश नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों का पानी निचले इलाकों में फैल गया है, जिससे जन-जीवन पर बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
गंडक बैराज, वाल्मीकिनगर से गुरुवार सुबह एक लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जल संसाधन विभाग, मोतिहारी के मुख्य अभियंता श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि गंडक बैराज में नेपाल से आए बाढ़ के पानी के कारण बढ़े दबाव को कम करने के लिए बुधवार को भी एक लाख 61 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। गंडक बैराज से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है।
पश्चिमी चंपारण जिले के गंडक दियारा क्षेत्र के कई इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। इससे ठकराहा, पिपरासी, भीतहां प्रखंडों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। गंडक नदी में तेज बहाव से चंपारण तटबंध के अनेक स्थानों पर पानी का दबाव बना हुआ है।
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार सुबह गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज एवं फरक्का में खतरे के निशान से क्रमश: 48 व 43 सेंटीमीटर ऊपर है। पुनपुन नदी पटना के निकट श्रीपालपुर में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बूढ़ी गंडक रोसड़ा में खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर ऊपर है तथा इसके जलस्तर में और वृद्घि होने की संभावना है।
बागमती, महानंदा तथा कोशी नदियां भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं।
पटना मौसम विभाग के निदशक टी़ एऩ झा का कहना है कि अगामी 24 घंटे तक राज्य में कहीं-कहीं हल्की से साधारण वर्षा होने की उम्मीद है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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