भारत-पाक कूटनीतिक मोर्चे पर सकारात्मक बदलाव स्वागत योग्य: संपादकीय
इस्लामाबाद , 23 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत के रवैये के कारण भले ही पांचवें चक्र की द्विपक्षीय वार्ता की गंभीरता पर 'पानी फिर गया' हो, पर कूटनीतिक मोर्चे पर कुछ सकारात्मक बदलाव भी हो रहे हैं।
डॉन अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत के विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर हुए फिदायीन हमले में पाकिस्तान की भूमिका होने का आरोप लगाकर पांचवें चक्र की वार्ता की गंभीरता को आघात पहुंचाया है।
अखबार लिखता है, "पाकिस्तान पर सीधे आरोप मढ़कर उन्होंने इस वार्ता को भारी नुकसान पहुंचाया है। वैसे, इस मोर्चे पर सब कुछ गलत ही नहीं हो रहा है। दोनों मुल्क आपसी विश्वास बढ़ाने के उपायों को लेकर गंभीर हैं। आर्थिक मोर्चे पर भी सकारात्मक बदलाव हो रहा है।"
यह वार्ता सोमवार से मंगलवार तक चली। अखबार लिखता है कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा के आर-पार लोगों की आवाजाही बढ़ाने, आर्थिक रिश्ते में और प्रगाढ़ता लाए जाने एवं दोनों देशों के नेताओं के बीच संपर्क का दायरा बढ़ाने के उपायों पर अमल का फैसला स्वागत योग्य है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।