परमाणु समझौते पर आगे बढ़ने के लिए अमेरिका भी तत्पर (लीड)
वाशिंगटन, 23 जुलाई (आईएएनएस)। अमेरिका ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा विश्वास मत प्राप्त करने के बाद असैनिक परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने का इरादा जाहिर किया है, लेकिन उसके विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिकी कांग्रेस से इसकी स्वीकृति प्राप्त करने के लिए बहुत कम समय बचा है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता डाना पेरिनो ने नियमित प्रेस वार्ता के दौरान मंगलवार को परामणु करार के बारे में कहा कि,"अब हम इस पर आगे बढ़ सकते हैं।"
पेरिनो ने कहा कि वहां के सांसदों ने जिस तरह कदम आगे बढ़ाया है, ठीक वैसा ही हम यहां भी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए अच्छा है क्योंकि इससे उसको अपनी जरूरत की ऊर्जा मिल सकेगी। यह प्रदूषण मुक्त है और इससे ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन भी नहीं होता है।
उधर विदेश विभाग में उप प्रवक्ता गोंजालो आर.गैलेगॉस ने कहा कि अमेरिका समझौते की दिशा में चरण दर चरण आगे बढ़ेगा।
अमेरिकी कांग्रेस में मंजूरी के लिए समझौते को पेश किए जाने से पहले भारत को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ सेफगार्ड समझौता करना और 45 सदस्यीय परमाणु आपूर्ति समूह (एनएसजी) के देशों से उसकी स्वीकृति प्राप्त करना आवश्यक है।
अमेरिकी कांग्रेस का सत्र राष्ट्रपति चुनाव के पहले सितंबर में समाप्त हो जाएगा। इसके बाद कांग्रेस का सत्र जनवारी में नए राष्ट्रपति के शपथ लेने के बाद आरंभ होगा।
बुश प्रशासन की योजना अमेरिकी कांग्रेस को समझौते के रणनीतिक महत्व और अन्य सुरक्षा संबंधी चिंताओं से शीघ्र अवगत करा देना है ताकि वह समझौते को मंजूरी देने को अपनी प्राथमिकता में शामिल कर ले।
प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका आईएई और एनएसजी के साथ भारत के समझौते को संपन्न कराने में पूरा सहयोग देगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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