इंटरनेट और डीवीडी के माध्यम से लघु फिल्मों का प्रचार
नई दिल्ली, 23 जुलाई (आईएएनएस)। कई लघु फिल्म निर्देशक अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए नेटवर्किं ग साइट, ब्लॉग और डीवीडी को माध्यम बना रहे हैं।
नई दिल्ली, 23 जुलाई (आईएएनएस)। कई लघु फिल्म निर्देशक अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए नेटवर्किं ग साइट, ब्लॉग और डीवीडी को माध्यम बना रहे हैं।
मुंबई के पानीपत में रहने वाले लघु फिल्म निर्माता वसंत नाथ ने कहा कि नेटवर्किं ग वेवसाइट 'फेसबुक' और 'यूट्यूब' हमारी फिल्मों के प्रचार के लिए एक बेहतरीन मंच का काम कर रही है।
नाथ की सात मिनट की फिल्म 'सुक्रित्स संडेज' का प्रदर्शन 20 जुलाई को 'दसवें ओसियान-सिनेफैन फिल्म समारोह' के दौरान किया गया था।
लघु फिल्मों की झलकियों के लिए इंटरनेट एक बेहतरीन माध्यम बन चुका है। 'फेसबुक' पर फिल्म देखने के लिए लोगों को बुलाया भी जा सकता है। इन वेबसाइट को बेहद निजी ढंग से फिल्म का प्रचार माध्यम कहा जा सकता है। इसके जरिए लोगों की प्रतिक्रिया भी हमें मिलती हैं।
किसानों के आत्महत्या पर बनी फिल्म 'साल्ट एंड पेपर' की अभिनेत्री तेजस्विनी कोल्हापुरी ने भी फिल्म के विज्ञापन के लिए इंटरनेट की मदद ली।
तेजस्विनी कहती हैं, "मेरे ख्याल से फिल्म निर्माताओं के लिए अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए वेबसाइट एक नया और बेहतरीन माध्यम बन गया है। 'कांस फिल्म समारोह' में दिखाई जा चुकी इस फिल्म को 'यूट्यूब' पर भी देखा जा सकता है।"
कुछ निर्माता प्रचार के लिए डीवीडी को बेहतरीन माध्यम मानते हैं। निर्माता अतुल सभरवाल के अनुसार कई फिल्म समारोहों के दौरान उन्होंने अपनी फिल्म 'मिडनाइट लोस्ट एंड फाउंड' की डीवीडी बांटी। नए लघु फिल्म निर्माताओं के लिए डीवीडी को वे 'विजिटिंग कार्ड' की तरह मानते हैं।
गुवाहाटी के निर्माता गौतम बरुआ और फ्रांस के निर्देशक पियर फ्रिक्वेट भी सभरवाल की बात से सहमत दिखे। ओसियान के दौरान इन्हें भी अपनी फिल्मों की डीवीडी बांटते हुए देखा गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।