नेपाल में नए राष्ट्रपति को लेकर भारत की खामोशी पर हैरत
काडमांडू, 23 जुलाई(आईएएनएस)। नेपाल में राष्ट्रपति पद के लिए हुए पहले चुनाव के नतीजे को लेकर भारत की खामोशी पर लोग हैरत में हैं। भारतीय पृष्ठभूमि वाले एक व्यक्ति के राष्ट्रपति चुने जाने पर भी भारत की ओर से प्रतिक्रिया का नहीं आना भ्रम पैदा कर रहा है।
राम बरन यादव के राष्ट्रपति चुने जाने का पूरे नेपाल में स्वागत हुआ है, पर आश्चर्य की बात है कि नेपाल की राजनीति पर खास असर रखने वाले भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भारत की ओर से यादव के लिए बधाई संदेश भी नहीं आया है। भारत की खामोशी ऐसे वक्त बढ़ रही है, जब उस पर नेपाल की राजनीति में हस्तक्षेप करने का आरोप लग रहा है।
यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र संघ, अमेरिका और चीन ने नेपाल में राष्ट्रपति चुनाव के सफल आयोजन पर बधाई दी है, पर भारत इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 28 मई को नई नेपाली संसद के ऐतिहासिक सत्र के शुभारंभ के मौके पर भारत की लोकसभा के अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का संदेश पढ़ा गया था।
भारत के इस रुख पर यहां के राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मीडिया भी इस पर हैरत में है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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