विश्वास प्रस्ताव : चटर्जी ने वाम सांसदों को अनुशासन में रहने को कहा
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा में सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पेश किए गए विश्वास प्रस्ताव पर चल रही बहस के दूसरे दिन अपने भाषण के दौरान वामपंथी सदस्यों के हमले झेल रहे वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की मदद के लिए अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा।
दरअसल, बहस के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्य मोहम्मद सलीम ने पी. चिदम्बरम द्वारा कही गई बातों को कड़ा प्रतिवाद किया। चिदम्बरम के भाषण के दौरान उन्होंने कई दफा टोका-टोकी की। अन्य वाम सदस्यों ने भी इस दौरान सलीम का साथ दिया।
सदस्यों के इस व्यवहार से क्रोधित चटर्जी ने कहा, "मैं इसकी भर्त्सना करता हूं। आप जो चाहें वह नहीं कर सकतें।"
चटर्जी ने कहा, "सलीम, आप जब बोल रहे थे तो किसी ने भी आपको बाधा नहीं डाली। फिर आप क्यों व्यवधान डाल रहे हैं।"
लेकिन वामपंथी सदस्यों ने चटर्जी की एक न सुनी। इससे नाराज चटर्जी ने कहा, "मुझे आप लोगों पर कार्रवाई करनी पड़गी। मै अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करूंगा। हमारी गिनती विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में होती है। ऐसे में हमारे सांसद इस प्रकार का व्यवहार कैसे कर सकते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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