बीजिंग ओलंपिक : डोप टेस्ट पर सवालिया निशान
लंदन, 22 जुलाई (आईएएनएस)। दुनिया के प्रमुख डोप-निरोधी विशेषज्ञों में से एक प्रोफेसर बेंग्ट साल्टिन ने बीजिंग ओलंपिक के लिए कराए जाने वाले डोप टेस्ट की सत्यता पर सवालिया निशान उठाया है।
साल्टिन का सनसनीखेज आरोप है कि अभी भी कुछ ऐसे खिलाड़ी खुले घूम रहे हैं, जो प्रतिबंधित दवा का सेवन करते हैं।
साल्टिन ने अपनी जांच में पाया है कि ईपीओ के सेवन की जांच कर रही डोपिंग-निरोधी विश्व संस्था (वाडा) की प्रयोगशालाएं 'पाजिटिव' (सकारात्मक) मामलों को 'निगेटिव' (नकारात्मक) में तब्दील कर रही हैं। इससे कई एथलीटों के प्रतिबंधित दवाओं के साथ ओलंपिक में शिरकत करने की आशंका बढ़ गई है।
अंतर्राष्ट्रीय स्की महासंघ और असटाना साइक्लिंग टीम के लिए डोपिंग-निरोधी कार्यक्रम चलाने वाले डॉक्टर रासमॉस डैम्सगार्ड ने तो यहां तक दावा किया है कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि वाडा प्रयोगशालाओं में ईपीओ की सकारात्मक रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ की गई है।
डैम्सगार्ड के मुताबिक उन्होंने कुछ स्की खिलाड़ियों के नमूने वाडा प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे थे। रिपोर्ट में उन नमूनों को दोषरहित पाया गया, जबकि नमूनों के दोबारा जांच की मांग करने पर उन्होंने पाया कि उनमें से कुछ नमूनों में ईपीओ के सेवन के गुण पाए गए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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