विश्वास प्रस्ताव : भावुक भाषण में राहुल ने ऊर्जा सुरक्षा को गरीबी से जोड़ा
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव व अमेठी के युवा सांसद राहुल गांधी के मुताबिक 'गरीबी' का सीधा संबंध 'ऊर्जा सुरक्षा' से है और यदि ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में आज कदम नहीं उठाया गया तो देश का विकास अवरूद्ध हो जाएगा।
लोकसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चल रही बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल ने कहा, "कल जब मैं यह सोच रहा था कि मंगलवार को अपने भाषण में मुझे क्या कहना चाहिए तो मै इस निर्णय पर पहुंचा कि मैं जो कुछ भी संसद में कहूंगा वह एक आम भारतीय की हैसियत से कहूंगा।"
उन्होंने कहा, "मैने कल यह भी सोचा कि आखिरकार यह बैठक क्यों हो रही है। मैं इस निर्णय पर पहुंचा कि देश इस वक्त गंभीर समस्या का सामना कर रहा है और वह समस्या ऊर्जा सुरक्षा की है।"
राहुल जब अपना भाषण दे रहे थे तो उनके भाषण का अधिकांश समय विपक्ष की टोका-टोकी और व्यवधान में गुजर गया लेकिन अपने संक्षिप्त व भावुक भाषण के दौरान राहुल ने विदर्भ की दो गरीब महिलाओं शशिकला और कलावती की दास्तान जरूर सुनाई।
राहुल ने इन दोनों महिलाओं की गरीबी की कहानी सुनाई और यह साबित करने का प्रयास किया कि यदि उन्हें बिजली मिल जाए तो उनकी गरीबी दूर हो सकती है। उन्होंने कहा कि इसलिए मै कह रहा हूं कि गरीबी का सीधा संबंध ऊर्जा सुरक्षा है।
उन्होंने कहा, "ऊर्जा की जरूरत हर घर को है। बिना इसके उद्योग व व्यापार सब ठप्प हो जाएगा। सभी भारतीयों को ऊर्जा की जरूरत है।"
राहुल ने कहा, "मेरे कहने का अर्थ है यदि हम ऊर्जा सुरक्षा की ओर अपने कदम आगे नहीं बढ़ाएंगे तो निश्चित तौर पर देश का विकास अवरूद्ध हो जाएगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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