कोलकाता में चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई की थी नेपाल के पहले राष्ट्रपति ने
काठमांडू, 21 जुलाई (आईएएनएस)। मंगलवार को जिस समय रामबरन यादव नेपाल के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे वह कोलकाता की चिकित्सक बिरादरी के लिए विशेष उत्सव का क्षण होगा क्योंकि 61 वर्षीय यादव ने चिकित्सा की अपनी उच्च शिक्षा यहीं प्राप्त की थी।
काठमांडू, 21 जुलाई (आईएएनएस)। मंगलवार को जिस समय रामबरन यादव नेपाल के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे वह कोलकाता की चिकित्सक बिरादरी के लिए विशेष उत्सव का क्षण होगा क्योंकि 61 वर्षीय यादव ने चिकित्सा की अपनी उच्च शिक्षा यहीं प्राप्त की थी।
धानुशा जिले के सपाही गांव के किसान परिवार में चौथे पुत्र के रूप में जन्मे यादव ने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई प्रतिष्ठित कलकत्ता मेडिकल कालेज से पूरी की थी।
उन्होंने किशोरावस्था में ही राजनीति में प्रवेश कर लिया और सन 1990 के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के दौरान उन्हें तीन महीने के लिए जेल की सजा भी काटनी पड़ी। गौरतलब है कि इस आंदोलन के बाद ही तत्कालीन राजा वीरेंद्र ने राजनीतिक दलों पर लगा प्रतिबंध हटाया था।
यादव ने अपना पहला संसदीय चुनाव सन 1991 में नेपाली कांग्रेस की ओर से लड़ते हुए जीता था। वह हमेशा कोईराला परिवार के वफादार रहे और उन्होंने तराई इलाकों में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों की मधेश राज्य की मांग का डटकर विरोध किया। यादव नेपाल के पहले निर्वाचित प्रधानमंत्री बी.पी. कोईराला के निजी चिकित्सक भी रहे।
मंगलवार को यादव देश प्रमुख के रूप में पदच्युत राजा ज्ञानेंद्र का स्थान लेंगे और इस तरह पहली बार नेपाल प्रमुख का स्थान जिसे देवतुल्य माना जाता रहा है, उसका प्रतिनिधित्व एक आम आदमी द्वारा किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**