ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से आगरा में श्रमिकों की किल्लत
आगरा, 21 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (नरेगा) की सफलता का असर आगरा के औद्योगिक क्षेत्रों में देखा जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में रोजगार मुहैया होने के बाद अब उन इलाकों से श्रमिकों का पलायन थम गया है।
नरेगा के तहत ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को रोजगार मुहैया कराया जाता है। जिला अधिकारियों के अनुसार इस योजना के कारण ग्रामीण इलाकों से श्रमिक शहरों की ओर नहीं जा रहे हैं।
बरौली अहीर प्रखंड के एक अधिकारी सुभाष कुमार ने आईएएनएस को बताया, "जब नरेगा को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया गया था, तो हमें इसकी सफलता पर संशय था। लेकिन अब लोगों ने इस योजना का महत्व स्वीकार कर लिया है।"
इस योजना के कारण ग्रामीण इलाकों से श्रमिक अब शहरों की ओर नहीं मुड़ रहे हैं। एक खेतीहर श्रमिक रती राम ने बताया, "जब हमें एक सौ रुपये गांव में ही मिल जाते हैं तो मैं बाहर क्यों जाउं।" गौरतलब है कि रोजगार गारंटी योजना इस वर्ष से पूरे देश के सभी जिलों में लागू हो गई है।
कृषि अर्थशास्त्री बी. बी. बारिक ने आईएएनएस को बताया, "अगले दो वर्षो में देश में श्रमिकों की भारी किल्लत हो सकती है।" दरअसल, पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार से भारी संख्या में श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने जाते हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में रोजगार मिलने के बाद उनके द्वारा शहरों का रुख करने की प्रवृत्ति घट गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।