विश्वास प्रस्ताव : संप्रग आंकड़ों में पीछे, लेकिन जीत को लेकर आश्वस्त
नई दिल्ली, 21 जुलाई (आईएएनएस)। विश्वास प्रस्ताव पर मतदान में मात्र एक दिन शेष रहते सोमवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार लोकसभा में जीत के लिए जरूरी 271 सदस्यों के समर्थन के आंकड़े से अब भी दूर नजर आ रही है लेकिन गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही कांग्रेस के नेताओं को भरोसा है कि सरकार विश्वास मत हासिल कर लेगी।
संप्रग को अब तक 266 सांसदों का समर्थन प्राप्त है और उसे जीत हासिल करने के लिए पांच और सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। दूसरी ओर सरकार गिराने का प्रयास कर रहे वाम दलों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और उनके सहयोगियों को 269 सांसदों का समर्थन हासिल है।
सत्तारुढ़ गठबंधन के दो केंद्रीय मंत्रियों ने आईएएनएस को बताया कि भाजपा के कुछ सांसद सरकार के पक्ष में मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि शिव सेना और जनता दल-यूनाइटेड (जेडी-यू) के कुछ सांसद भी विश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान क्रास वोटिंग कर सकते हैं। शिवसेना के एक सांसद तुकाराम पाटिल का सोमवार सुबह तक अता-पता नहीं था और उनकी तलाश जोरों से जारी थी।
इन मंत्रियों ने जीत के प्रति अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ भाजपा सांसद भी चौंकाने वाला कदम उठा सकते हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक के 27 सांसदों में से 15 भाजपा के हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विश्वास प्रस्ताव पर विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी के भाषण के तत्काल बाद कहा था कि उन्हें जीत का सौ फीसदी यकीन है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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