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दिल्ली मेट्रो: 2011 तक 21 अरब का लक्ष्य
'एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया' (एसोचैम) द्वारा जारी एक अध्ययन में इस संबंध में जानकारी दी गई है। इस पर एसोचैम का कहना है कि डीएमआरसी केवल प्रमुख कंपनियों के आउटलेट और एटीएम द्वारा 8.5 अरब रुपये के राजस्व की उगाही करेगा।
टिकट बिक्री से डीएमआरसी को जहां लगभग सात अरब रुपये की कमाई होने की संभावना है, वहीं विज्ञापनों से इसे छह अरब रुपये की कमाई हो सकती है।
एसोचैम
के
महासचिव
डी.
एस.
रावत
के
मुताबिक
व्यवसायिक
प्रयोग
के
लिए
कंपनियों
को
जगह
लीज
पर
मुहैया
कराने
से
डीएमआरसी
को
39
फीसदी
राजस्व
की
प्राप्ति
होगी।
वहीं
टिकट
बिक्री
से
33
फीसदी
और
विज्ञापन
से
28
फीसदी
का
राजस्व
प्राप्त
होगा।
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