जालसाज को ढूंढ़ेंगे लापता भारतीय
वो ऐसे कि ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में विश्व युवा दिवस में शिरकत के लिए आते समय न्यूजीलैंड में लापता हुए 39 भारतीयों में से तीन संभवत: तॉरंगा में हैं और वे आव्रजन अधिकारियों को अपने साथ धोखाधड़ी करने वाले ट्रैवल एजेंट के बारे में जानकारी देंगे।
न्यूजीलैंड सिख सोसायटी के प्रवक्ता दलजीत सिंह के मुताबिक वे तीनों लापता भारतीय गुरुवार को आव्रजन अधिकारियों से मिलकर उस ट्रैवल एजेंट के बारे में बताएंगे, जिन्होंने स्थाई वीजा दिलाने का झांसा देकर 39 भारतीयों से पांच-पांच लाख रुपये हड़पे हैं।
लापता हुए ये 39 भारतीय उन 220 भारतीय कैथोलिक लोगों के समूह के साथ हो लिए जो पोप बेनेडिक्ट सोलहवें के नेतृत्व में रविवार को सिडनी में डब्ल्यू वाई डी समारोहों में शिरकत के लिए यहां आ रहे थे। इन 39 युवकों में कुछ मुस्लिम और हिंदू भी हैं।
'न्यूजीलैंड फेडरेशन ऑफ एथनिक कौंसिल' के अध्यक्ष पंच नारायण के मुताबिक बालीवुड फिल्मों को न्यूजीलैंड को एक ऐसे स्थल के रूप में पेश किया जा रहा है, जहां आसानी से बसा जा सकता है।
वहीं न्यूजीलैंड के आव्रजन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि उनके देश में सुरक्षा के अत्याधुनिक इंतजाम है और वह मानव तस्करी जैसी घटनाओं के प्रति सतर्क है।
उधर इस यात्रा की प्रायोजक कैथोलिक चर्च के प्रतिनिधियों ने 38 भारतीयों के पासपोर्ट आव्रजन अधिकारियों को सौंप दिए हैं। लापता हुए एक व्यक्ति का पासपोर्ट खुद उसी के पास बताया गया है।
लापता
हुए
इन
भारतीयों
की
आयु
17
से
35
वर्ष
के
बीच
है
और
ये
सभी
पंजाब
के
जालंधर
के
रहने
वाले
हैं।
उनके
पास
न्यूजीलैंड
में
रहने
के
लिए
5
या
6
अगस्त
तक
का
ही
वैध
वीजा
है।