'कौन बनेगा राष्ट्रपति' को लेकर नेपाल की राजनीतिक पार्टियों में छिड़ी जंग
काठमांडू, 17 जुलाई (आईएएनएस)। नेपाल में राष्ट्रपति पद के चुनावों से पहले यहां की राजनीतिक पार्टियों में घमासान मच गया है।
काठमांडू, 17 जुलाई (आईएएनएस)। नेपाल में राष्ट्रपति पद के चुनावों से पहले यहां की राजनीतिक पार्टियों में घमासान मच गया है।
शनिवार को होने वाले प्रथम ऐतिहासिक राष्ट्रपति चुनाव से ऐन पहले यहां के राजनीतिक दलों में छिड़ी इस खुली जंग से सर्वसम्मति की राजनीति के दिन लद जाने और नई माओवादियों की सरकार के समक्ष कड़ी चुनौतियों के संकेत मिल रहे हैं।
माओवादियों ने पहले कहा था कि वे अपने गठबंधन सहयोगियों द्वारा चुने गए किसी भी प्रत्याशी को समर्थन देंगे। कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (यूएमएल) ने अपना प्रत्याशी खड़ा कर दिया। उन्होंने पूर्व क्रांतिकारी और लंबे समय तक सशस्त्र संघर्ष से जुड़े रहने वाले राम राजा प्रसाद सिंह को चुना है।
सिंह का परिवार भारत में आजादी की जंग में भाग ले चुका है। भारतीय क्रांतिकारियों को पनाह देने के आरोप में वह अपने लड़कपन के दिनों में जेल भी जा चुके हैं। माओवादियों ने इस वयोवृद्ध नेता को इस पद के लिए इस वास्ते चुना है, ताकि प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने वाले माओवादी नेता प्रचंड के समक्ष कोई समानांतर सत्ता केंद्र नहीं हो।
इसके अलावा उपराष्ट्रपति पद के लिए भी माओवादी अपने सांसद शांता श्रेष्ठ के नाम की पेशकश करने जा रहे हैं।
यह कदम राष्ट्रपति पद के यूएमएल द्वारा अपने पूर्व प्रमुख माधव कुमार नेपाल को खड़ा करने पर आमादा होने के बाद उठाया गया। पहले माओवादियों ने नेपाल को प्रत्याशी बनाने का इस आधार पर विरोध किया कि वह चुनाव हार गए हैं और इससे यह संकेत मिलता है कि लोग उन्हें नहीं चाहते। माओवादी कट्टपंथियों द्वारा नेपाल का विरोध होते देख पूर्व छापामारों ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया, जिसकी यूएमएल में तीखी प्रतिक्रिया हुई।
यूएमएल ने कहा कि माओवादियों द्वारा करार तोड़ देने की वजह से अब वह राष्ट्रपति पद के लिए राम प्रीत पासवान और उपराष्ट्रपति पद के लक्ष्मी शाक्या के नाम की पेशकश करेंगे।
इस संघर्ष को त्रिकोणीय बनाते हुए नेपाली कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम जाहिर कर दिए। राष्ट्रपति पद के लिए गिरिजाप्रसाद कोइराला का नाम माओवादियों द्वारा ठुकराए जाने के बाद पार्टी अब राम बरम यादव को राष्ट्रपति और मन बहादुर बिश्वकर्मा को उपराष्ट्रपति के पद के लिए पेश करेगी।
शनिवार को होने वाले इस चुनाव में 594 सांसद भाग लेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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