चैंपियन बनने के लिए भारत को करना होगा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
हैदराबाद, 17 जुलाई (आईएएनएस)। भारत और दक्षिण कोरिया के बीच शुक्रवार को जूनियर एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाना है।
चैंपियन बनने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को गाचीबावली स्टेडियम में ठीक वैसा ही खेल दिखाना होगा, जैसा उन्होंने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ दिखाया था।
बुधवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने प्रतियोगिता में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीन बार के चैंपियन पाकिस्तान को 3-1 से पराजित किया था।
कोरिया ने हालांकि मैच दर मैच खेल के हर विभाग में प्रगति की है। इस लिहाज से भारत को कड़ी चुनौती मिलने के आसार हैं।
इस साल की शुरुआत में भारत ने कुआलालंपुर में आयोजित आठ देशों के टूर्नामेंट में कोरिया को हराया था।
खिताबी मुकाबले में खेलने वाली कोरियाई टीम के ज्यादातर खिलाड़ी वही हैं, जो कुआलालंपुर में भारत से हारे थे, लेकिन अहम बात यह है कि तब से लेकर आज तक उनके खेल में काफी सुधार आया है।
भारतीय टीम के कोच ए. के. बंसल अच्छी तरह जानते हैं कि कोरिया को हराना आसान नहीं होगा। सेमीफाइनल में कोरिया ने जापान को 4-2 से पराजित किया था और बंसल ने वह मैच पूरा देखा था।
बंसल कहते हैं, "उनमें तेजी से सुधार हुआ है। उनकी रक्षापंक्ति को भेदने के लिए हमें लगातार आक्रमण करना होगा।"
बंसल मानते हैं कि कोरिया की टीम पाकिस्तान से बेहतर है। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को हराने के बाद हम बहुत खुश हुए थे, लेकिन हमें फाइनल में पहुंचकर आराम नहीं करना चाहिए। यह मैच आसान नहीं होगा। हमें चौकन्ना रहना होगा।"
भारतीय आक्रमण पंक्ति का दारोमदार दिवाकर राम पर होगा। दिवाकर ने प्रतियोगिता में भारत के लिए सबसे अधिक गोल किए हैं।
बंसल ने कहा कि कोरिया से भिड़ने के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है। कोरिया के ड्रैग-फ्लिकर और प्रतियोगिता के सबसे सफल खिलाड़ी नाम ह्यून वू पर विशेष निगाह रखी जाएगी।
भारत के लिए सबसे सकारात्मक पक्ष उसके फारवर्ड हैं। एस.वी सुनील और गुरविंदर सिंह चांदी बेहतरीन फार्म में चल रहे हैं। इनके कोरिया के खिलाफ भी चमकने की उम्मीद है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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