'दुर्घटना' में भारतीय की मौत सोची-समझी हत्या निकली
दुबई, 16 जुलाई (आईएएनएस)। शारजाह के एक भारतीय मूल के उद्योगपति की दुर्घटना में हुई मौत रविवार को अचानक सोची-समझी हत्या में बदल गई। पुलिस ने हत्या के आरोप में दो एशियाई मूल के लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक ईरान का है।
दरअसल, छह जुलाई को शारजाह के भारतीय मूल के उद्योगपति समीर मूसा, रास अल खोर इलाके में सड़क पर मृत पाए गए थे। पुलिस ने यह मान लिया कि यह एक सड़क दुर्घटना का मामला है।
घटना के कुछ दिन बाद जब पुलिस ने गौर किया कि मूसा का मृत शरीर दुबई इस्लामिक बैंक से सिर्फ 1500 मीटर दूर पड़ा था, तब उसका माथा ठनका।
अहम बात यह है कि घटना के दिन मूसा ने बैंक से तीन लाख 29 हजार दिरहम (89 हजार डालर) निकाले थे।
मूसा के वॉलेट (पर्स) से पुलिस ने केवल 10 हजार दिरहम बरामद किए। घटनास्थल से उनकी कार भी लापता थी।
दुबई पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी कर्नल खलील इब्राहिम अल मंसूरी ने कहा, "यह घटना काफी संदेहास्पद लग रही थी। आखिर यह कैसे हो सकता है कि मूसा बैंक से पैसे निकालने के बाद सड़क के बीच अपनी गाड़ी खड़ी करें और कोई अन्य वाहन उन्हें रौंदकर चला जाए।"
क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार जिस दिन मूसा ने बैंक से पैसे निकाले थे, उस दिन दो लोगों ने उनका पीछा किया था।
इन लोगों ने मूसा को बैंक से इतनी बड़ी रकम निकालते देखा था। जैसे ही मूसा अपनी गाड़ी में सवार होकर आगे बढ़े, उन लोगों ने अपनी सेडान एसयूवी से उनकी कार में टक्कर मार दी।
नुकसान का जायजा लेने मूसा जब गाड़ी से बाहर निकले तो उन लोगों ने अपनी सेडान मूसा पर चढ़ा दी और पैसे लेकर भाग गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी की गवाही पर पुलिस ने तत्काल कर्रवाई कर इन लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक ईरानी नागरिक ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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