विश्वास मत पर झामुमो 19 जुलाई को तय करेगा अपना रुख
रांची, 14 जुलाई (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का प्रमुख सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) अभी तक तय नहीं कर पाया है कि आगामी 22 जुलाई को संसद में होने वाले विश्वास मत के दौरान वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पक्ष में मतदान करेगा या फिर उनके खिलाफ।
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने सोमवार को बोकारो में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "आगामी 19 जुलाई को इस संबंध में पार्टी के सभी सांसदों की बैठक में तय किया जाएगा कि संसद में विश्वास मत के दौरान किसके पक्ष में मतदान किया जाए।"
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में झामुमो के पांच सांसद हैं। एक-एक सांसदों का समर्थन जुटाने में लगे संप्रग के लिए झामुमो के इन पांच सदस्यों के मत बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
सोरेन ने संवददाताओं से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने के लिए केंद्र सरकार के प्रति खुलकर अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में झामुमो के खाते में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री का पद मिलना चाहिए था लेकिन वह मिला नहीं।
इस बीच यह चर्चा भी जोरों पर है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झामुमो को सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए मनाने के प्रयासों में जुटी हुई है। हालांकि रविवार को रांची में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इन अटकलों को सिरे से नकार दिया।
इस बीच केंद्र सरकार के पक्ष में झामुमो का समर्थन जुटाने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने बोकारो में सोरेन से भेंट की और लगभग एक घंटे तक चर्चा की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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