लंदन के टावर ब्रिज की रंगाई 11वीं शदी के भिक्षुओं द्वारा एकत्र धन से कराया जाएगा
लंदन, 14 जुलाई (आईएएनएस)। लंदन के सबसे प्रसिद्ध पहचान 'टावर ब्रिज' की नए सिरे से रंगाई का काम शुरू होने वाला है और इस पर आने वाले खर्च की भरपाई 11वीं शदी में उन भिक्षुओं द्वारा एकत्र किए गए धन से की जाएगी जो पुल की देखभाल करते थे।
लंदन नगर निगम के अनुसार पुल की रंगाई पर कुल 40 लाख पाउंड का खर्च आएगा, लेकिन ब्रिटिश करदाताओं को इसके लिए एक पैसा भी खर्च करने की जरूरत नहीं है। पुताई का सारा खर्च 1000 साल पहले पुल पर चुंगी वसूल करने वाले भिक्षुओं द्वारा बुद्धिमत्तापूर्वक किए गए निवेश से पूरा किया जाएगा।
भिक्षुओं ने 1079 ईस्वी से पुल की चुंगी से एकत्र रकम को अपने ट्रस्ट ब्रिज हाउस एस्टेट के माध्यम से सुरक्षित रखा। ट्रस्ट की मौजूदा संपत्ति 70 करोड़ पाउंड है।
तीन साल तक चलने वाले रंगाई कार्य में पहली बार पुल से इसका पहले का रंग हटाया जाएगा। पुल की रंगाई में 22,000 लीटर सफेद और नीले पेंट का उपयोग किया जाएगा।
टावर ब्रिज मूल रूप से भूरे रंग का था लेकिन 1977 में इसे महारानी के जन्मदिन की खुशी में लाल, सफेद और नीले रंग से रंग दिया गया। उस समय पुराने रंग को खुरचा नहीं गया और उसी के ऊपर नया पेंट चढ़ा दिया गया।
आधुनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों को देखते हुए पुराने सीसायुक्त पेंट हटाने के लिए काफी सावधानियां बरती जाएंगी। पुराने पेंट को हटाने के काम में हवाबंद टांचों का प्रयोग किया जाएगा ताकि सीसायुक्त धूल नदी और रहगीरों पर न गिरे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।