झारखंड में बढ़ी शराब की कालाबाजारी
रांची, 14 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड में इन दिनों शराब की कालाबाजारी बड़े स्तर पर हो रही है। राज्य सरकार ने शराब दुकान के लिए लाइसेंस के नवीनीकरण के सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं, इस कारण राज्य में पिछले दो सप्ताह से शराब की दुकानें बंद पड़ीं हैं।
राज्य में शराब के शौकीन लोगों को अब स्कॉच या रम की एक बोतल के लिए 150-300 रुपये और बीयर के लिए 30-40 रुपये अधिक चुकाने पड़ रहे हैं।
शराब की दुकानों के लिए जारी लाइसेंसों की बाध्यता 30 जून तक थी। लेकिन राज्य सरकार लाइसेंसों का नवीनीकरण करने में असफल रही है। इस वजह से सभी करोबारी अपनी अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर हो गए।
राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "सरकार ने इस वर्ष शराब के निजी कारोबारियों को लाइसेंस जारी करने के नियमों में परिवर्तन किया है। इसके तहत केवल स्थानीय लोग शराब की दुकान के लिए बोली लगा सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "पहले शराब दुकान के लाइसेंस के लिए छत्तीसगढ़ और दूसरे राज्यों के कारोबारियों को भी बोली लगाने की अनुमति थी।" उन्होंने कहा कि इस वर्ष उत्पाद शुल्क विभाग ने निविदाओं के लिए बोली की दर भी बढ़ा दी है। इसलिए स्थानीय कारोबारियों के लिए बोली लगाना मुश्किल हो गया है।
पहले एक जिले के लिए अधिकतम बोली डेढ़ करोड़ रुपये से दो करोड़ रुपये प्रति माह के बीच होती थी। लेकिन नए निविदा के मुताबिक सिंहभूम जिले के लिए यह दर 3.2 करोड़ रुपये और धनबाद के लिए 3.5 करोड़ रुपये प्रति माह रखी गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।