बंधक जीवन पर नाटक लिखेंगी बेटनकोर्ट
बेटनकोर्ट ने एक साक्षात्कार में कहा कि वह लोगों को अपने अनुभव के बारे में बताना चाहती हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने दु:खद अनुभवों के बारे में लिखेंगी,बेटनकोर्ट ने कहा कि हम सभी दूसरों के लिए कभी देवदूत तो कभी शैतान होते हैं।
बेटनकोर्ट को पिछले बुधवार को 14 अन्य बंधकों के साथ रिवोल्यृशनरी आर्म्स फोर्सेस आफ कोलंबिया (एफएआसी) के कब्जे से कोलंबिया के सुरक्षा बलों ने मुक्त कराया था। शुक्रवार को फ्रांस पहुंची बेटनकोर्ट ने अपनी रिहाई के लिए प्रयास करने के लिए फ्रांस के अधिकारियों को धन्यवाद दिया। वह कुछ दिनों के बाद कोलंबिया लौट जाएंगी।
शनिवार को हुए स्वास्थ्य परिक्षण के बाद बेटनकोर्ट को कैंसर होने की आशंका निराधार साबित हुई। बेटनकोर्ट ने फ्रांस के राष्टपति निकोलस सरकोजी से कहा है कि वह कोलंबिया के जंगलों में बंधक बनाकर रखे गए सभी लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी रखें।
उधर चिली के राष्ट्रपति मिशेल बेचलेट ने रविवार को कहा है कि वह बेटनकोर्ट को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करेंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।