सपा विधायक जा सकते हैं बसपा में
लखनऊ की मलिहाबाद सीट से सपा विधायक गौरी शंकर ने दो दिन पहले सपा सांसद मुनव्वर हसन के साथ बगावती तेवर दिखाए थे। उन्हें आवश्यक वस्तु निगम का अध्यक्ष मनोनीत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
इतना ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संघ मित्रा शंकर को प्रादेशिक कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ ) के महाप्रबंधक के पद से हटाकर कल देर रात लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात किया गया।
बसपा सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि गौरी शंकर को इटावा लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार भी घोषित किया जा सकता है। गौरतलब है कि नए परिसीमन के बाद इटावा लोकसभा सीट सुरक्षित हो गई है और गौरी शंकर मूलत: इटावा के ही रहने वाले हैं और यहां की अजीतमल सीट से कांग्रेस के टिकट पर तीन बार विधायक रहे हैं।
कांग्रेस की सरकार में राज्य मंत्री रहे गौरी शंकर 1996 और 2007 में मलिहाबाद सीट से सपा के टिकट पर विधायक चुने गए। बसपा सूत्रों का कहना है कि गौरी शंकर के इस्तीफे के बाद रिक्त होने वाली मलिहाबाद विधानसभा सीट पर उनके पुत्र को टिकट दिया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।