पाकः गठबंधन छोड़ सकती है एएनपी
एएनपी के मंत्रियों को अभी तक कोई विभाग नहीं आवंटित नहीं किया गया है। एएनपी और पीपीपी के बीच मतभेद पैदा होने का यह सबसे बड़ा कारण है।
पीपीपी द्वारा एएनपी की उपेक्षा इसलिए की जा रही है, क्योंकि उसके 13 सांसदों के समर्थन वापस लेने से सरकार की स्थिरता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पाकिस्तान की 342 सदस्यीय संसद में एएनपी के 13 सदस्य हैं। पीपीपी और नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सदस्यों की संख्या ही 212 है।
एएनपी के प्रवक्ता जाहिद खान ने पीपीपी के साथ मतभेदों को स्वीकार करते हुए कहा कि पार्टी सरकार से समर्थन वापस लेने के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है।
एएनपी उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत में तालिबानी आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से अपनी दूरी बनाना चाहती है। खान अब्दुल गफ्फार खान के पोते असफंदयार वली खान के नेतृत्व वाली एएनपी पेशावर के लिए खतरा पैदा करने वाले आंतकवादियों के भी खिलाफ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।