मानेकशॉ के निधन पर ओबामा दुखी
ओबामा पहले ऐसे नेता है, जिन्होंने भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए ओबामा ने कहा कि फील्ड मार्शल मानेकशॉ ने भारत की आजादी के पहले से ही व्यक्तिगत बहादुरी, आत्म बलिदान और कर्तव्य के प्रति समपर्ण का उदाहरण पेश किया था। उनको इसके लिए भविष्य में भी याद किया जाएगा।
इसके विपरीत वियतनाम युद्ध में भाग ले चुके राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार जान मैक्के न की तरफ से इस तरह का कोई बयान नहीं आया है। मानेकशॉ के मार्गदर्शन में जब भारत की विजयी सेनाएं पूर्वी पाकिस्तान में आगे बढ़ रहीं थी उस समय मैक्के न वियतनाम में एक युद्धबंदी शिविर 'हनोई हिल्टन' में युद्धबंदी के रूप में कैद थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश या अन्य किसी रिपब्लिकन या डेमोक्रेट नेता ने मानेकशॉ के निधन पर शोक संदेश नहीं भेजे हैं।
इंडो-एशियन
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