चैंपियनशिप के नए प्रारूप पर विचार करेगा आईसीसी
मेलबर्न, 1 जुलाई (आईएएनएस)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) बोर्ड टेस्ट, वन-डे और ट्वंटी-20 की टॉप टीमों के चयन के लिए एक नई चैंपियनशिप के प्रारूप पर विचार करेगा। यह चैंपियनशिप प्रत्येक चार साल में एक बार 'घर' और 'बाहर' आधार पर खेली जाएगी।
मेलबर्न, 1 जुलाई (आईएएनएस)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) बोर्ड टेस्ट, वन-डे और ट्वंटी-20 की टॉप टीमों के चयन के लिए एक नई चैंपियनशिप के प्रारूप पर विचार करेगा। यह चैंपियनशिप प्रत्येक चार साल में एक बार 'घर' और 'बाहर' आधार पर खेली जाएगी।
"द आस्ट्रेलियन" के अनुसार नया कार्यक्रम आस्ट्रेलिया में जन्मे भारतीय रोहन साजदेह के दिमाग की उपज है। 33 साल के रोहन शिकागो में रहते हैं और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) के लिए काम करते हैं।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने रोहन के प्रस्ताब को हरी झंडी दे ही है, जबकि आईसीसी दुबई में जारी बैठक में इस मुद्दे पर विचार करेगा।
कार्यक्रम का प्रारूप कुछ इस तरह है। टेस्ट खेलने वाले सभी नौ देशों के दो साल तक एक दूसरे के खिलाफ 'घर' और 'बाहर' आधार पर दो सीरीज खेलनी होगी। इस सीरीज में हर साल तीन टेस्ट, पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच शामिल होगा।
अगर यह प्रारूप पूरी तरह लागू हो गया तो शीर्ष चार टीमों के बीच क्रिकेट के तीनो रूपों के सेमीफाइनल होंगे। सेमीफाइनल मुकाबले तीसरे साल में होंगे। आखिरी साल में 'घर' और 'बाहर' आधार पर फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे।
इस कार्यक्रम के अलावा वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप जैसी आईसीसी की प्रतियोगिताएं अपने नियत समय पर होती रहेंगी।
बहरहाल, एक बात को लेकर आशंका जताई जा रही है कि आखिर इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज तथा इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली चार मैचों की सीरीज का क्या होगा।
नए प्रस्ताव में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए कोई समय निर्धारित नहीं है। ऐसे में खिलाड़ियों और उनकी. एसोसिएशनों की उस दलील का क्या होगा जिसमें कहा गया है कि धन की वर्षा करने वाले आईपीएल में खेलने से रोके जाने पर युवा क्रिकेटर क्रिकेट के पारंपरिक रूप को भी छोड़ सकते हैं।
इंडो एशियन न्यूज सर्विस।