पैदल पुल पार करने वाले भी चुकाते हैं कर
पटना, 1 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार के कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड में एक ऐसा पुल है जहां गाड़ियों के साथ-साथ पैदल चलने वालों से भी कर वसूला जाता है। नुआंव गांव के समीप ककरैत घाट पर बना यह पुल बिहार को उतर प्रदेश, मध्य प्रदेश और नेपाल से जोड़ता है।
पटना, 1 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार के कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड में एक ऐसा पुल है जहां गाड़ियों के साथ-साथ पैदल चलने वालों से भी कर वसूला जाता है। नुआंव गांव के समीप ककरैत घाट पर बना यह पुल बिहार को उतर प्रदेश, मध्य प्रदेश और नेपाल से जोड़ता है।
बरसात के महीनों को छोड़कर नवंबर से जून तक इस रास्ते पर गाड़ियों के साथ-साथ लोगों का आवागमन रहता है। ग्रामीण सुखदेव सिंह कहते हैं कि इस पुल को पार करने पर ठेकेदार के लोगों द्वारा प्रति व्यक्ति एक रुपये के हिसाब से कर वसूल किया जाता है।
इस पुल के दोनों तरफ पुल के ठेकेदार द्वारा एक सूचना पट भी लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि बड़ी गाड़ी का 60, ट्रैक्टर का 25, बैलगाड़ी का पांच तथा आदमी को एक रुपये के हिसाब से टैक्स देना पड़ेगा।
ज्ञात हो कि उक्त पुल ह्यूम पाइप पर ईंट के टुकड़े व मिट्टी डालकर बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार जिला परिषद् द्वारा उक्त घाट की नीलामी 12 से 15 लाख रुपये में प्रति वर्ष की जाती है।
इस संबंध में कैमूर जिले के जिलाधिकारी बैजनाथ प्रसाद ने आईएएनएस को बताया कि उक्त पुल के विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है जबकि इस घाट की नीलामी प्रशासन द्वारा ही की जाती है। जिलाधिकारी ने कहा, "हमारे पास अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है अगर ऐसी बात कोई है तो इसकी जांच करवायी जायेगी। "
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।