हिमाचल प्रदेश में सेब के अच्छे उत्पादन की संभावना
विशाल गुलाटी
विशाल गुलाटी
शिमला, 30 जून (आईएएनएस)। फलों की टोकरी कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में लगाता दूसरे वर्ष भी सेब का जबरदस्त उत्पादन हुआ है।
सेब की विभिन्न किस्मों के बाजार में आ जाने के बाद दिल्ली, मुंबई, सूरत और लखनऊ में सेबों की पेटियां भेजी जा रही हैं। सेब की रेड गोल्ड, समर ग्रीन और रेड जून की किस्में समय से पहले ही तैयार हो गईं हैं। उन्हें बाजार में भेज दिया गया है। ये सभी किस्में शिमला के रोहरु, थियोग और चौपाल क्षेत्र की हैं।
किन्नौर जिले की चांगो, रिब्बा और नामग्या घाटी के सेबों की भी भारी मांग रहती है। यहां के सेबों की बाजार में आवक अगस्त और सितंबर महीनों के अंत तक होती है।
राज्य के बागवानी विभाग को इस साल सेब की अच्छी फसल होने की उम्मीद है, लेकिन उसका मानना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार दो करोड़ 92 लाख पेटियों की कमी आ सकती है।
बागवानी विभाग के निदेशक गुरुदेव सिंह ने आईएएनएस को बताया, "इस बार सेब की अच्छी पैदावार जरूर हुई है लेकिन पिछले साल की तुलना में 40 लाख पेटियों की कमी आई है, जिसका कारण यहां आए आंधी तूफान हैं।"
उन्होंने बताया कि हर वर्ष सेब की करीब 1.7 करोड़ से लेकर दो करोड़ पेटियों का उत्पादन होता है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में सेब के अलावा, नाशपाती, आडू, चेरी आदि फलों का व्यावसायिक उत्पादन किया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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