मप्र में थमे बसों के पहिए, यात्री बेहाल
भोपाल, 29 जून (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की नई परिवहन नीति के खिलाफ और यात्री किराए में बढ़ोतरी किए जाने की मांग को लेकर सभी निजी एवं अनुबंधित बस ऑपरेटर्स रविवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए। इससे प्रदेश की परिवहन व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई है।
प्रदेश में हाल ही में जारी की गई नई परिवहन नीति में त्रि-स्तरीय कर प्रणाली लागू की गई है। बस ऑपरेटरों का आरोप है कि इस कर प्रणाली में उनकी समस्याओं को और बढ़ाने का काम किया है। दूसरी तरफ डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है, मगर सरकार ने यात्री किराए में कोई इजाफा नहीं किया है।
मध्यप्रदेश अनुबंधित बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याम सुन्दर शर्मा ने बताया कि हम लोग अपनी समस्याओं को लेकर 10 जून को भी एक दिवसीय हड़ताल पर गए थे। उसके बाद 23 जून और 25 जून को प्रदेश के परिवहन मंत्री हिम्मत कोठारी तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों से चर्चा हुई, मगर कोई समाधान नहीं निकला। परिणाम स्वरूप 29 जून से बेमियादी हड़ताल पर जाना पड़ा।
संभागीय बस ऑनर्स एसोसिएशन के सचिव भूपेन्द्र जैन ने बताया कि इस हड़ताल को तमाम निजी एंव अनुबंधित बसों के संचालकों का समर्थन हासिल है और इसी का नतीजा है कि पूरे प्रदेश की 17 हजार से अधिक बसें आज नहीं चली हैं। प्रदेश में बसों की हड़ताल ने यात्रियों को काफी मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस