अनवर का समलैंगिकता के आरोप से इंकार, तुर्की दूतावास में ली शरण (लीड-2)
कुआलालंपुर, 29 जून (आईएएनएस)। मलेशिया के पूर्व उपप्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता अनवर इब्राहिम पर लगे समलैंगिकता के आरोपों के बाद उन्होंने तुर्की के दूतावास में शरण ले ली है। हालांकि, इब्राहिम ने अपने ऊपर लगे आरोप को मनगढ़ंत बनाया है। रविवार की शाम को इब्राहिम के परिवार वालों ने उनसे मुलाकात की। यह जानकारी स्टार ऑनलाइन ने दी है।
एक बीस वर्षीय युवक ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि अनवर ने गुरुवार को अपने अपार्टमेंट में उसके साथ कुकर्म किया था।
उनकी पत्नी और मलेशिया में विपक्ष की नेता वान अजीज वान इस्माईल ने पत्रकारों को रविवार दोपहर बताया कि हत्या की धमकियां मिलने के बाद उनके पति किसी सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं।
अनवर ने दावा किया है कि नए आरोप का मकसद 1998 में उनके ऊपर समलैंगिकता और भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों के बारे में देश के पुलिस प्रमुख और महान्यायवादी की भूमिका को उजागर करने से रोकने के लिए हताशा में उठाया गया कदम है।
मलेशिया में समलैंगिकता के लिए 15 वर्ष की सजा का प्रावधान है।
गौरतलब है कि मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने 10 वर्ष पहले अनवर को भ्रष्टाचार और समलैंगिकता का आरोप लगाकर सरकार से हटाकर जेल में डाल दिया था।
लेकिन 2004 में उन पर से समलैंगिकता का आरोप हटाकर उन्हें जेल से छोड़ दिया गया। भ्रष्टाचार के आरोप का दोषी होने के कारण अनवर को पांच वर्ष के लिए चुनावों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा था। इस प्रतिबंध की समय सीमा अप्रैल में समाप्त हो गई। अनवर संसदीय उपचुनावों में भाग लेना चाहते हैं। अनवर द्वारा आगामी उपचुनावों में उम्मीदवार बनने की इच्छा प्रकट किए जाने के बाद उन पर नए आरोप सामने आए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना से भविष्य में बड़ी राजनीतिक हलचल होने की संभावना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।