भारत में विदेशी क्लबों का टैलेंट हंट महज दिखावा
नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के कोच बॉब हाटन ने कहा है कि अधिकांश ब्रिटिश फुटबाल क्लब भारतीय फुटबाल के लिए खतरा साबित हो रहे हैं क्योंकि देश को उनके टैलेंट हंट कार्यक्रमों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के कोच बॉब हाटन ने कहा है कि अधिकांश ब्रिटिश फुटबाल क्लब भारतीय फुटबाल के लिए खतरा साबित हो रहे हैं क्योंकि देश को उनके टैलेंट हंट कार्यक्रमों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लबों आर्सेनाल और मैनचेस्टर यूनाइटेड ने भारत में ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत की है जिनके तहत देश से प्रतिभाओं को छांट-छांटकर बाहर ले जाने की बात कही जा रही है।
साठ वर्षीय भारतीय कोच ने स्पष्ट किया की वे भारतीय बाजार पर इस तरह के आक्रमण के एकदम खिलाफ हैं।
हाटन ने कहा, "क्या आप को लगता है कि वे भारत में प्रतिभा खोज रहे हैं? नहीं वे दरअसल भारत का शिकार कर रहे हैं और भारतीय फुटबाल के लिए बहुत बड़ा खतरा बन रहे हैं।"
वे वास्तव में खेल के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। यह सब केवल बाजार बनाने के लिए किया जा रहा है। हाटन ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी इंग्लिश क्लब 16 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों को शामिल नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े विदेशी खिलाड़ी इसलिए भारत आकर नहीं खेलते हैं कि उन्हें भारत से प्रेम है बल्कि वे इसलिए खेलते हैं क्योंकि उन्हें इसके एवज में भारी रकम दी जाती है।
हाटन ने कहा कि इन सारी बातों के बावजूद इस तरह के टैलेंट हंट कार्यक्रमों को रोक पाना संभव नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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