चीन में संयुक्त उद्यम स्थापित करेगी आर्सेलर मित्तल
बीजिंग, 28 जून (आईएएनएस)। भारतीय मूल के ब्रिटिश उद्योगपति लक्ष्मी निवास मित्तल की स्वामित्व वाली इस्पात क्षेत्र की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी आर्सेलर मित्तल चीन में संयुक्त उद्यम स्थापित करेगी। प्रस्तावित कंपनी ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए इस्पात का उत्पादन करेगी।
समाचार एजेंसी 'सिन्हुआ' के मुताबिक नई कंपनी चीन के मध्य प्रांत हुनान में स्थापित की जाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि यह कंपनी प्रति वर्ष 12 लाख टन लोहे की चादरों का उत्पादन करेगी, जिनका इस्तेमाल वाहन उद्योग में किया जा सकेगा।
प्रस्तावित संयुक्त उद्यम के लिए आर्सेलर मित्तल, हुनान की कंपनी वैलिन समूह (वीजी) और वैलिन स्टील ट्यूब एंड वायर (वीएसटीडब्ल्यू) ने शुक्रवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। 72.5 करोड़ डालर की लागत से बनने वाली नई कंपनी का नाम वैलिन आर्सेलर मित्तल ऑटोमोटिव स्टील होगा।
वर्ष 2010 के अंत तक इस कंपनी से उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसमें आर्सेलर मित्तल और वीजी की 33-33 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि वीएसटीडब्ल्यू की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत रहेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।