आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों से शांति प्रक्रिया को खतरा: जरदारी
लंदन, 28 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान में किसी भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर के नहीं होने के राष्ट्रपति परवेज के बार-बार किए जाने वाले दावे को खारिज करते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सहअध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि इन शिविरों से उपमहाद्वीप की शांति प्रक्रिया को गंभीर खतरा है।
लंदन, 28 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान में किसी भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर के नहीं होने के राष्ट्रपति परवेज के बार-बार किए जाने वाले दावे को खारिज करते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सहअध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि इन शिविरों से उपमहाद्वीप की शांति प्रक्रिया को गंभीर खतरा है।
तहलका द्वारा आयोजित दो दिन के सम्मेलन में 'भारत और पाकिस्तान- एक नए भविष्य की रूपरेखा ' पर बोलते हुए जरदारी ने इन शिविरों को नष्ट करने को एक बड़ी चुनौैती बताया। उन्होंने कहा कि आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट करना जरूरी है ताकि दोनों देशों के आपसी संबंध आतंकवादी गतिविधियों के कारण प्रभावित न हो सके।
जरदारी ने कहा कि दोनों देशों के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में सहयोग और इस संबंध में सूचनाओं के आदान-प्रदान के सकारात्मक कदम का पीपीपी ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में निर्दोष व्यक्तियों की जान बचाने के लिए आतंकवादी समूहों को नष्ट किया जाना आवश्यक है।
जरदारी का बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भारत की चार दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली में हैं।
कुरैशी की भारत यात्रा के पहले आतंकवाद निरोधी उपायों पर चर्चा करने के लिए भारत-पाक की तीसरी बैठक इस्लामाबाद में सम्पन्न हो चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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