सन 1971 के युद्ध के नायक सैम मानेकशॉ नहीं रहे (लीड-2)
चेन्नई, 27 जून (आईएएनएस)। सन 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में जीत की इबारत लिखने वाले सेना के पूर्व प्रमुख फील्ड मार्शल सैम होर्मुशजी फ्रेमजी जमशेदजी मानिक शॉ का शुक्रवार तड़के तमिलनाडु के वेलिंग्टन में सेना के अस्पताल में निधन हो गया।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, उनके आखिरी वक्त में परिवार के अधिकांश लोग उनके साथ थे। लंबे समय से ब्रोंकोनिमोनिया से पीड़ित मानेक शॉ को पिछले कुछ दिनों से आईसीयू में रखा गया था। वे 94 साल के थे।
तीन अप्रैल 1914 में जन्मे मानेकशॉ 1934 में इंडियन मिलिट्री अकादमी (आईएमए) के पहले बैच के अधिकारियों में थे। सन 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में जीत और बांग्लादेश की स्थापना के साथ ही उनकी लोकप्रियता में भारी इजाफा हुआ।
मानेकशॉ ने सन 1969 से 1973 तक देश के सेना प्रमुख का पद संभाला। सन 1973 में सेवानिवृत्ति के ठीक पहले उन्हें फील्ड मार्शल बनाया गया था। मानेक शॉ को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान बर्मा में उनकी भूमिका के लिए उन्हें मिलिट्री क्रास से भी सम्मानित किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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