माइक्रोसॉफ्ट में सक्रिय भूमिका से अलग हुए बिल गेट्स
सिएटल, 27 जून (आईएएनएस)। माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष के रूप में इसके संस्थापक बिल गेट्स के लिए शुक्रवार आखरी कार्य दिवस रहा। इसके बाद वे कंपनी को अपनी पूर्णकालिक सेवाएं नहीं देंगे।
इस मौके को कंपनी का अंतरिक मामला करार देते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि बिल गेट्स के सक्रिय भूमिका से अलग होने के मौके को सार्वजनिक कार्यक्रम बनाने की कोई योजना नहीं थी।
गौरतलब है कि 52 वर्षीय बिल गेट्स फिलहाल दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेयर उद्योग की सबसे बड़ी कंपनी है। गेट्स ने 33 वर्ष पहले इस कंपनी की शुरुआत की थी।
गेट्स फिलहाल कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे। उन्होंने सप्ताह में एक दिन का समय कंपनी के कारोबार के लिए निकालने की योजना बनाई है।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिकगेट्स के जाने से माइक्रोसॉफ्ट को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। गेट्स के नेतृत्व में कंपनी ने 1980 के दशक में आईबीएम को पछाड़ा था। हाल के वर्षो में गूगल, याहू और नेटस्केप की ओर से पेश आई चुनौतियों से भी कंपनी प्रभावी तरीके से निपटी। लेकिन गेट्स के बाद रास्ता आसान नहीं होगा।
कंपनी को फिलहाल गूगल की ओर से इंटरनेट और विज्ञापन के कारोबार में कड़ी चुनौती मिल रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए कंपनी याहू के अधिग्रहण की भी असफल कोशिश कर चुकी है।
सवाल उठाए जा रहे हैं कि गेट्स के बाद इंटरनेट के क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा की चुनौती से कंपनी कैसे निपटेगी। उधर यूरोप में कंपनी के खिलाफ जांच चल रही है।
वर्ष 2000 में गेट्स से मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद हथियाने वाले स्टीव बॉलमर को हालांकि पूरा भरोसा है कि गेट्स के बिना भी कंपनी प्रभावी तरीके से तमाम चुनौतियों का सामना कर लेगी।
बॉलमर ने स्वीकार किया, "गेट्स कंपनी में सभी को साथ लेकर आगे बढ़े। मैं अब तक जितने लोगों को जानता हूं, गेट्स की स्मरण शक्ति उन तमाम लोगों से ज्यादा है। हमें उनके जैसा कोई दूसरा कभी नहीं मिल पाएगा।"
गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट विशाल कंपनी है। इसकी आमदनी प्रति वर्ष 50 अरब डालर से ज्यादा है। इसके प्रमुख सॉफ्टवेयर 'विंडोज' और 'आफिस' अभी भी सफलतापूर्वक कारोबार कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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