मध्यप्रदेश में 30 प्रतिशत सोयाबीन की बुआई हुई (संशोधित)
मोहन नरवरिया
मोहन नरवरिया
इंदौर, 26 जून (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में 30 प्रतिशत सोयाबीन की बुआई हो चुकी है और पूरी बुआई के लिए किसानों को बारिश का इंतजार है। महाराष्ट्र और राजस्थान से भी इसी तरह की खबरें आ रही हैं।
'सोयाबीन प्रोसेसर एसोसिएशन आफ इंडिया' (सोपा) द्वारा संचालित सोयाबीन विकास कार्यक्रम (एसडीपी) के निदेशक जी. पी. सक्सेना ने कहा, "पिछले 12 से 15 दिनों से मध्य भारत खासकर मालवा क्षेत्र में हल्की बारिश हो रही है। यह खेतों में खड़ी सोयाबीन की फसल के लिए फायदेमंद है।"
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसान सोयाबीन की शेष बुआई के लिए अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। वे इसके लिए खेतों को तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "इस वर्ष सोयाबीन की फसल अपेक्षाकृत ज्यादा जमीन में हो सकती है, लेकिन इस मामले में किसानों का रुख मौसम के मिजाज पर निर्भर करेगा।"
गौरतलब है कि इस वर्ष सोयाबीन और इसके उत्पादों की कीमतों में जबर्दस्त उछाल आने के कारण किसानों में इसकी खेती के प्रति बहुत उत्साह है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश में इस वर्ष 48 लाख हेक्टेयर जमीन पर सोयाबीन की खेती का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह आंकड़ा और ऊपर जाएगा।
क्षेत्र के जानेमाने सोया ब्रोकर रमेश मालपानी ने कहा कि फिलहाल देश में सोयाबीन की कीमत 26,250-26,500 रुपये प्रति टन के रिकार्ड स्तर पर है। पिछले वर्ष अक्टूबर में यह 13,700-13,800 रुपये प्रति टन के स्तर पर था। सोयाबीन के उत्पाद, सोया तेल और सोया मील की मौजूदा कीमतें भी रिकार्ड स्तर पर हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोया मील की कीमत 20,800 रुपये प्रति टन के स्तर पर जा पहुंची है। शुरुआती सीजन में यह 14,000 रुपये प्रति टन के स्तर पर थी। इसी तरह सोया तेल की कीमत 665-670 रुपये प्रति 10 किलोग्राम के स्तर पर जा पहुंची है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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