आरबीआई के फैसले से औद्योगिक हलकों में निराशा
नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट व सीआरआर यानी नकद आरक्षित अनुपात में आधा फीसदी बढ़ोतरी किए जाने की घोषणा पर औद्योगिक हलकों में निराशा का इजहार किया गया है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) से बुधवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उनका संगठन इस बात की आशा करता है कि केंद्रीय बैंक की इस घोषणा के मद्देनजर विकास दर पटरी से नहीं उतरेगा।
सीआईआई से जारी बयान के अनुसार देश में बढ़ रही महंगाई की समस्या के प्रति उनका संगठन चिंतित है लेकिन इस पर नियंत्रण वैश्विक प्रयासों के तहत ही किया जा सकता है।
सीआईआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पाटी सिंघानिया ने कहा कि आरबीआई द्वारा महंगाई पर लगाम लगाने के लिए रेपो रेट व सीआरआर में वृद्धि की घोषणा तो समझ में आती है लेकिन इस कदम से औद्योगिक जगत पर दबाव और बढ़ेगा।
सिंघानिया के मुताबिक औद्योगिक जगत को तकरीबन डेढ़ वर्षो से ब्याज दरों में लगातार की जा रही वृद्धि की मार झेलनी पड़ रही है।
फिक्की ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से अर्थव्यवस्था की विकास दर प्रभावित होगी।
उद्योग व वाणिज्य संगठन एसोचैम के अनुसार बैंक की इस घोषणा से हालांकि बाजार में मुद्रा की तरलता प्रभावित होगी लेकिन महंगाई की मार के मुकाबले यह कम पीड़ाजनक होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।