परमाणु करार : सरकार आगे बढ़ने को तैयार, फ्रांस ने किया समर्थन (लीड-1)
नई दिल्ली/वाशिंगटन, 26 जून (आईएएनएस)। केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने गुरुवार को संकेत दिए कि वह भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते पर राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने को तैयार है। इसी बीच रूस के बाद फ्रांस ने करार का समर्थन कर भारत सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, "हमें कहा गया है कि सरकार राजनीतिक रूप से करार पर आगे बढ़ने को दृढ़ है।"
संप्रग और वामदलों की समन्वय समिति की बुधवार को हुई बैठक में वामदलों द्वारा प्रस्तुत की गई आपत्तियों के संदर्भ में उक्त अधिकारी ने बताया कि 'ऑटो-पायलट' जैसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप जो भी करेगा वह हमारे लिए बाध्यता होगी।
इस अधिकारी ने कहा, "हम सिर्फ आईएईए में जाए और उससे आगे न बढ़े तो बेहद मूर्खतापूर्ण कार्रवाई होगी।"
इस बीच फ्रांस ने कहा है कि प्रस्तावित परमाणु करार दोनों देशों के बीच सिर्फ द्विपक्षीय समझौता नहीं है। बल्कि एक ऐसा करार है जिससे अन्य देशों के साथ नए औद्योगिक रास्ते भी खुलेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, "सरकार को कोई खतरा नहीं है।"
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले भारत में रूस के दूत व्याशेलाव ट्रबनिकोव ने कहा था कि भारत को यह समझौता कर लेना चाहिए।
करार के समर्थन में रूस के बाद फ्रांस के सामने आने को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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