डिस्क जॉकी ने दिए रोजगार के विकल्प
नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)। डिस्क जॉकी (डीजे) एमटीवी युग आरंभ होने के बाद जनता के सामने आया। कैरियर के रूप में सामान्य धारा के प्रतिकूल डीजे के कार्य में दो गीतों के मिश्रण से अधिक और भी कार्य शामिल हैं। इसके लिए अच्छे व्यक्तित्व का होना जरूरी है। डीजे में शो मैन तथा जनसंपर्क-दोनों ही कार्य शामिल होते हैं।
उसे श्रोताओं के मूड को समझना होता है तथा उसी के अनुकूल संगीत तैयार करना होता है। डीजे की लोकप्रियता उसकी सर्जनात्मक शक्ति पर निर्भर करती है। वह मूल स्वरों के साथ कार्य करते हुए श्रोता की मानसिक दशा का पूरा ध्यान रखता है तथा इसी के अनुसार आरोह-अवरोह स्वरों की रचना करता है।
उसे लोगों की संगत में बैठना है और संगीत सुनना है। डीजे कार्य में बुनियादी रूप से तकनीकी वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि ऐसा संगीत तैयार किया जा सके और अलग-अलग प्रकार के संगीत को इस प्रकार से मिलाया जाए कि नृत्य करनेवालों के पैर न थमें। डीजे को कार्य करने का ऐसा जुनून हो कि रात भर जागकर लगातार कार्य कर सके तथा इस हद तक संगीत प्रेमी हो कि वह बारबार गीत की धुन बजाए, लेकिन वह फिर भी इस गीत को पसंद करता रहे।
इसके अलावा डीजे अध्यापन का कार्य भी करता है, जहां वह श्रोताओं को यह जानकारी देता है कि किस प्रकार का संगीत सुनाया जा रहा है। डीजे एक दिन में नहीं सीखा जा सकता। आप फ्लोर पर अनुभव से ही बहुत कुछ सीखते हैं। यह जरूरी है कि आपके पास संगीत और सर्किट में प्रतिष्ठित डीजे द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में प्रयुक्त प्रौद्योगिकी की बुनियादी जानकारी हो। इसमें व्यक्ति की इमेज तथा संगीत मंथन के प्रकार के अनुसार ही वेतन मिलता है।
डीजे कैरियर की अद्भुत विशेषता यह है कि इस कार्य को आरंभ करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। बस, आपके पास लोकप्रिय संगीत की अच्छी जानकारी हो तथा आप संगीत प्रेमी हों। डीजे में विविध प्रकार के कार्य शामिल हैं, जैसे -म्यूजिक एलबम तैयार करना या रीमिक्स एलबम तैयार करना। आजकल अधिकांश रूप में यही कार्य किया जा रहा है।
आप अपना स्टूडियों भी खोल सकते हैं या समारोह मैनेजर भी बन सकते हैं। आज डीजे कार्य को लोकप्रिय संगीत का विस्तृत रूप माना जाता है तथा डीजे से संबंधित प्रौद्योगिकी में अधिकाधिक स्पर्धा बढ़ती जा रही है। डीजे का कार्य करते समय विभिन्न उपकरणों को संभालना पड़ता है।
इसमें सीडी प्लेयर, रिकॉड प्लेयर, मिक्सर, सैंपल, माइक तथा हैंडफोन शामिल हैं। डीजे फ्लोर पर प्रकाश व्यवस्था के संबंध में लाइट जॉकी का भी कार्य करता है। इस व्यवसाय के सूक्ष्मतर तारों को समझने व ग्रहण करने के लिए किसी संस्था में नाम लिखाना जरूरी है। यदि नींव मजबूत है तो नौसिखिया भी तेजी से सीख जाता है। इसमें अपना ज्ञान बढ़ाना आसान है।
जब तक छात्र उत्तम कोटि के संगीत और खराब संगीत में अंतर नहीं कर पाता तब तक वह अच्छी तरह से संगीत को मिक्स नहीं कर पाएगा। मूल रूप से संगीत में स्वर-संयोजन रचना आसान नहीं है, लेकिन सुरों को रीमिक्स करना तथा श्रोताओं की प्राथमिकता का ध्यान रखना डीजे का कार्यक्षेत्र है।
(कैरियर संबंधी और अधिक जानकारी के लिए देखिए ग्रंथ अकादमी, नई दिल्ली से प्रकाशित ए. गांगुली और एस. भूषण की पुस्तक "अपना कैरियर स्वयं चुनें"।)
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस ।
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